बीबीसी वर्ल्ड सर्विस ने भारत सरकार के ‘किसी भी हाल में रोक’ के आदेश को की परवाह किये बिना निर्भया रेप कांड की डाक्युमेंट्री प्रसारित कर दी है. बीबीसी के इस कदम से दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आ सकती है.
खास बात तो यह है कि बीबीसी ने इस डाक्युमेंट्री को अपने तय समय से तीन दिन पहले ही दिखा दी. यह प्रसारण भारतीय समय के अनुसार आज यानी गुरुवार को सुबह 3.30 बजे दिखायी. गौरतलब है कि भारत में 3.30 सुबह का वक्त इंग्लैंड में रात दस बजे होता है जो प्राइम टाइम माना जाता है. इस समय सबसे ज्यादा दर्शक अपने टीवी सेट पर मौजूद होते हैं.
बीबीसी वर्लड सवर्विस पर मौजूद एक रिपोर्ट में आरोपी मुकेश ने कहा है कि महिलायें गृह कार्य के लिए होनी चाहिए न कि भड़काऊ वस्तर पहन कर उन्हें डिस्को में जाना चाहिए. इस इंटर्व्यू में युवक ने ब्लात्कार के लिए काफी हद तक लड़की को ही जिम्मेदार बताया है.
बीबीसी ने बुधवार रात जारी एक वक्तव्य में कहा कि पीडिता के माता-पिता के पूरे सहयोग से बनाई गयी यह डॉक्यूमेंट्री एक जघन्य अपराध के अंदर के सच को उजागर करती है जिससे पूरी दुनिया दहल गयी थी.
याद रहे कि 16 दिसम्बर 2012 को दिल्ली में हुए गैंग रेप ने भारत समेत पूरी दुनिया में दिल दहलाने वाली खबर बन गयी ती. इस रेप कांड का आरोपी तिहाड़ जेल में कैद है जिसने बीबीसी को इंटर्व्यू दिया. बीबीसी वर्लड सवर्विस पर मौजूद एक रिपोर्ट में आरोपी मुकेश ने कहा है कि महिलायें गृह कार्य के लिए होनी चाहिए न कि भड़काऊ वस्तर पहन कर उन्हें डिस्को में जाना चाहिए. इस इंटर्व्यू में युवक ने ब्लात्कार के लिए काफी हद तक लड़की को ही जिम्मेदार बताया है. यह मामला सामने आने के बाद भारतीय संसद में भी हंगामा हुआ. इसके बाद गृहमंत्री राजनात सिंह ने सदन को आश्वस्त किया कि यह डाक्युमेंट्री किसी भी हाल में न तो टीवी पर, न इंटरनेट पर और न ही प्रिंट मीडिया में टेलिकास्ट या प्रकाशित करने दी जायेगी. लेकिन बीबीसी ने अपने तयशुदा समय से पहले दिखा कर भारत सरकार को चुनौती दे दी है.
पहले बीबीसी ने आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर इस डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण करने का फैसला किया था, लेकिन भारत में इस मसले पर उठे विवाद के बीच उसने इसका प्रसारण पहले ही करने का फैसला किया.बीबीसी ने कहा है इससे दर्शकों को जल्द से जल्द यह प्रभावशाली वृत्तचित्र देखने का अवसर मिलेगा.