सत्तारूढ़ जदयू के पूर्व सांसद रंजन प्रसाद यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद के साथ हाथ मिलाने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।
श्री यादव ने पटना में पत्रकारों को बताया कि इस सिलसिले में उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कुमार को पत्र भेजकर अपनी भावना से अवगत करा दिया है। उन्होंने पत्र में कहा है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से हाथ मिलाकर उन्होंने (श्री कुमार) बड़ी भूल की है और इसका खामियाजा पार्टी को विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा। पूर्व सांसद ने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने राजद अध्यक्ष से जो समझौता किया है। उससे उनके (श्री कुमार) और मेरे रास्ते अब अलग हो गये हैं। राजद अध्यक्ष के साथ हाथ मिलाने के फैसले को उनकी आत्मा स्वीकार नहीं करती है । उनके जैसे स्वाभिमानी कार्यकर्ता के लिये अब जदयू में बने रहने का कोई औचित्य नही है । हालांकि उन्होंने जदयू से अभी इस्तीफा दिये जाने से इंकार किया है ।
श्री यादव ने कहा कि वर्ष 2009 में वह लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद छोड़कर इसलिये जदयू में आये थे कि लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान का राजद अध्यक्ष लालू यादव के साथ हाथ मिलाना उनको स्वीकार नहीं था। आगे की रणनीति तय करने के लिये 28 जून को बैठक बुलायी गयी है, जिसमें लालू-नीतीश गठबंधन से नाराज कई नेता भाग लेंगे ।