प्रधानमंत्री के खिलाफ बिहार के उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के अभद्र भाषा और उनके चित्र पर जूते मारने के लिए उकसाने के मामले में मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विधान परिषद में आज भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने भारी शोरगुल और हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही तीन मिनट बाद ही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
उप सभापति हारुण रसीद के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के रजनीश कुमार ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से इस मामले को उठाया और कहा कि कांग्रेस कोटे से महागठबंधन की सरकार में उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने पिछले दिनों पूर्णियां में कांग्रेस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और इसके बाद वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को उनके चित्र पर जूते मारने के लिए उकसाया । इस कार्यक्रम में साजिश के तहत श्री मोदी की तस्वीर पहले से ही लगायी गयी थी । श्री कुमार ने कहा कि मंत्री के इस कृत्य से देश सहित बिहार के लोगों में राज्य सरकार के प्रति भारी आक्रोश है ।
उधर बिहार विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन में भोजनावकाश से पूर्व कोई कामकाज नहीं हो सका । विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरु होते ही नेता प्रतिपक्ष डा.प्रेम कुमार ने मंत्री अब्दुल जलील मस्तान का मामला उठाया । इसी बीच भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) के सदस्य सत्यदेव राम , महबूब आलम और सुदामा प्रसाद नारे लगाते हुए सदन के बीच में आ गये और धरने पर बैठ गये । माले सदस्य कल सदन में मंत्री श्री मस्तान को बंगलादेशी कहे जाने का विरोध कर रहे थे । माले के सदस्यों ने कहा कि भाजपा सदस्यों ने श्री मस्तान को बंगलादेशी कहा है जबकि एक केन्द्रीय मंत्री ने मुसलमानों को अपने घर के अंदर ही कब्रिस्तान बनाने जैसी आपत्तिजनक बात कही है । इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष डा. कुमार को अपने दल की ओर से माफी मांगनी चाहिए ।