बिहार विधान सभा में विपक्ष का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधान सभा परिसर से लेकर सदन तक हंगामा ही हंगामा नजर आ रहा है। कई दिन बाद आज शुरू हुई सदन की कार्रवाई फिर बाधित की गयी, हालांकि भाजपा के विरोध के बीच कई विधायी कार्य भी निबटाए गए। भाजपा विधायकों ने आज मुंह पर पट्टी बांधकर विरोध जताया। हालांकि बाद में स्पीकर के साथ बैठक के बाद विवादों को सुलझा लिया गया है और उम्मीद है कि कल से सदन शांति पूर्ण चलेगा।
विधानसभा परिसर में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि जनता के ज्वलंत मुद्दों को सरकार सदन में उठाने नहीं दे रही है। विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने पूछा कि सरकार बताएं आखिर जनता से जुड़े मामलों को विपक्ष सदन में कब उठाएं? शून्य काल में जब मुद्दे उठाने नहीं दिए जाएंगे तो कब उठाने दिए जाएंगे? यह तानाशाही नहीं तो और क्या है? नंदकिशोर ने आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में स्पीकर सदन को चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बुधवार को समूचा विपक्ष वेल में बैठा रहा और एक घंटे तक सदन को चलाया गया। हाऊस ऑर्डर में नहीं था, तब भी सदन को इसलिए चलाया गया, ताकि विपक्ष की आवाज को दबाया जा सके। उन्होंने कहा कि बजट पास कराने की अनिवार्यता थी तो यह काम अंतिम पांच मिनटों में भी पूरा कराने की परंपरा रही है। जनता की आवाज को उठाने से हमें कोई रोक नहीं सकता, चाहे इसका कोई भी परिणाम क्यों न हो।