कोहरा छंटने के बाद तापमान में आयी गिरावट से पटना आज सर्वाधिक ठंडा स्थान रहा वहीं दृश्यता बेहतर होने से हवाई सेवाओं में धीरे-धीरे सुधार होने लगा है लेकिन ट्रेन सेवाओं की हालत अभी भी खस्ता बनी हुयी है।
पटना में ठिठुरन भरी ठंड के प्रकोप का आम जनजीवन पर खासा असर देखा गया। सरकारी दफ्तरों, बैंकों तथा अन्य निजी प्रतिष्ठानों में भी कर्मचारियों की उपस्थिति कम रही। सरकारी कार्यालयों में अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक हीटर और ब्लोअर के आसपास बैठे नजर आये। इसी तरह की स्थिति अन्य कार्यालयों में भी रही। राजधानी पटना के भीड़भाड़ वाले बाजारों में दिन चढ़ने के बाद थोड़ी चहल-पहल तो रही लेकिन शाम ढलते ही इक्के-दुक्के लोग ही नजर आये। सड़क किनारे दुकान लगाने वाले टायर जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते दिखे। ठंड के कारण दुकान लगाने वालों की संख्या भी कल की तुलना में आज और कम रही।
कोहरा छंटने के बाद दृश्यता बेहतर होने से हवाई सेवाओं में धीरे-धीरे सुधार होने लगा है। पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से अधिकांश विमानों ने आज उड़ान भरी। इससे हवाईअड्डे पर यात्रियों ने राहत की सांस ली। वहीं, कोहरे का प्रभाव ट्रेनों के परिचालन पर अभी भी बना हुआ है। निर्धारित समय से चलने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों के साथ ही कई सवारी गाड़ियां अभी भी कई घंटे विलंब से चल रही हैं। ट्रेनों के निर्धारित समय से नहीं चलने के कारण स्टेशनों पर ट्रेनों के इंतजार में खड़े यात्रियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच मौसम विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि पटना का अधिकतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 07.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो इस मौसम में अबतक का सबसे कम तापमान है। वहीं, गया का अधिकतम 18.8 डिग्री एवं न्यूनतम 08.8 डिग्री, भागलपुर का अधिकतम 18.5 डिग्री और न्यूनतम 07.3 डिग्री तथा पूर्णिया का अधिकतम 18.5 तथा न्यूनतम तापमान 09.9 डिग्री सेल्सियस रहा।