दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा कि अब तक जो सबूत मिले हैं, उससे यही लग रहा है कि कांग्रेस सांसद शशि थरुर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत स्वाभाविक नहीं थी। इससे पहले आज दिन में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ‘एम्स’ की विशेषज्ञ टीम ने सुनंदा की विसरा जांच से जुड़ी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई)की रिपोर्ट अपनी राय के साथ दिल्ली पुलिस को सौंपी।
श्री बस्सी ने इसकी पुष्टि करते हुए नई दिल्ली में कहा कि रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को मिल गई है। कानून व्यवस्था के विशेष आयुक्त दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञ टीम इसकी समीक्षा कर रही है। यह काम पूरा होने के बाद भविष्य की रणनीति तय की जाएगी। श्री बस्सी ने कहा कि एक बार रिपोर्ट का पूरा आकलन हो जाए, उसके बाद दिल्ली पुलिस अपनी आगे की जांच शुरु करेगी। समीक्षा के दौरान रिपोर्ट में दिए गए सभी तथ्यों की प्रमाणिकता सुनिश्चित की जाएगी। शुरुआती जांच में एम्स ने कहा था कि सुनंदा पुष्कर की मौत किसी जहरीले पदार्थ के कारण हुई है हालांकि उसने इस बारे में किसी खास पदार्थ का जिक्र नहीं किया था। इस पर सुनंदा के विसरा नमूनों खासकर बड़ी आंत के नमूनों को दुबारा परीक्षण के लिए एफबीआई के वाशिंगटन स्थित प्रयोगशाला में भेज दिया गया था।
एफबीआई ने जो रिपोर्ट भेजी, उसमें किसी रेडियोधर्मी पदार्थ के होने से इन्कार किया गया, लेकिन कुछ रसायन पाए जाने की बात जरुर कही गई। एम्स की मेडिकल टीम ने इस बारे में ही अपनी राय दी है जिसे पुलिस को भेजा गया है। सुनंदा पुष्कर जनवरी 2014 में दिल्ली के एक पंचतारा होटल के कमरे में मृत पाई गई थीं। ऐसी खबर थी कि इस हादसे से एक दिन पहले ही उनका अपने पति श्री थरुर के साथ झगड़ा हुआ था। झगडे का कारण एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार के साथ श्री थरुर के कथित संबध थे। पुलिस ने सुनंदा पुष्कर की मौत के सिलसिले में हत्या का मामला दर्ज किया है और इस बारे में श्री थरूर से कई बार पूछताछ भी कर चुकी है हालांकि अभी तक किसी को इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है। श्री थरुर और सुनंदा का विवाह 2010 में हुआ था ।