आपकी ड्यूटी है, सत्ता के झूठ को बेनकाब करें : जस्टिस चंद्रचूड़
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस चंद्रचूड़ ने बड़ी बात कही। कहा- सतेच नागरिकों का कर्तव्य है कि वे सत्ता के झूठ को बेनकाब करें। निरंकुश सरकार झूठ पर ही टिकी होती है।
आज सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इतनी बड़ी बात कही, जितनी किसी जज ने पहले नहीं कही थी। उन्होंने एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा कि कोई भी अधिनायकवादी सरकार झूठ पर ही टिकी होती है। यह देश के नागरिकों का कर्तव्य है कि सत्ता(State) के झूठ को बेनकाब करें। नागरिकों का सत्ता के सामने सच बोलने का अधिकार किसी भी लोकतंत्र के जिंदा रहने के लिए जरूरी है। कोई सिर्फ सत्ता निर्भर नहीं रह सकता कि वही सत्य का निर्धारण करे। बल्कि नागरिकों को ज्यादा सचेत, चौकस रहना होगा और देश में जो कुछ हो रहा है, बोला जा रहा है, उसमें नागरिक को सक्रियता से हिस्सा लेना चाहिए।
नागरिकों का सत्ता से सच बेलने का अधिकार विषय पर अपने लेक्चर में जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि देश में फेक न्यूज का चलन बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सत्ता के सामने सच बोलने के अधिकार का मतलब है कि वह किसी की आलोचना कर सकता है, जो उससे ज्यादा ताकतवर है। इसी से लोकतंत्र मजबूत होगा।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र और सत्य साथ-साथ चलते हैं। कहा, कोई निरंकुश सरकार झूठ पर ही टिकी होती है, वह लगातार झूठ गढ़ती है, जिससे उसका प्रभुत्व बना रहे। कोविड के समय देखा गया कि मरनेवालों का आंकड़ा कितना झूठा था।
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दो दिन पहले चीफ जस्टिस एमवी रमन्ना ने कहा था कि देश की पुलिस सत्ताधारी दल के साथ सांठगांठ करके काम कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। चीफ जस्टिस के बोलने के दूसरे दिन ही यूपी में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
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पिछले 15 अगस्त को खुद प्रदानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 100 लाख करोड़ की योजना लाई जा रही है। मीडिया ने कभी यह नहीं पूछा कि यह राशि कहां से आएगी? रोज झूठ फैलाया जा रहा है। गांधी, नेहरू के बारे में झूठ फैलाया जा रहा है। दो संप्रदायों के बीच नफरत फैलाने के लिए झूठ परोसा जा रहा है। सचमुच इसके खिलाफ मजबूत आवाज न उठी, तो लोकतंत्र का बचना मुश्किल है।