अतीत की जय के लिए वर्तमान में बासी भोजन, सैकड़ों बच्चे बीमार
बिहार के स्वर्णिम अतीत की जय के लिए बिहार भर के बच्चों को पटना लाया गया। लेकिन उन्हें वर्तमान में मिला सड़ा खाना, सैकड़ों बच्चों की तबीयत बिगड़ी।
आज बिहार दिवस की बदइंतजामी खुल कर सामने आ गई। बिहार भर से लाए गए बच्चों के लिए न ढंग का खाना है, न पीने का साफ पानी। यहां तक कि बेड का भी इंतजाम नहीं किया गया है। बच्चे जमीन पर लेटे हैं। इसी बीच बासी खाना खिलाने के कारण सैकड़ों बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। आयोजन स्थल पर मेडिकल सेवा न रहने के कारण बच्चों को पीएमसीएच भेजा गया। शुक्र है कि कोई बच्चा बहुत गंभीर नहीं है और सबकी तबीयत में सुधार हो रहा है।
बिहार दिवस में दिन-रात स्वर्णिम अतीत का जयगान हो रहा है, ताकि वर्तमान की बदहाली पर ध्यान न जाए। इवेंट का यही आजकल मकसद हो गया है। सैकड़ों बच्चों के बीमार होने पर राजद ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला किया है।
राजद ने कहा-अपने महिमामंडन के लिए @NitishKumar सरकार कभी #बिहार_दिवस तो कभी शराबबंदी के नाम पर मानव श्रृंखला बनवाने के लिए सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ग़रीब बच्चों को बंधुआ मजदूर की तरह इस्तेमाल करती है! इस बार बिहार दिवस के लिए लाए गए बच्चों को सड़े गले भोजन से फ़ूड पॉइज़निंग हो गया! राजद ने बीमार परेशान बच्चों का वीडियो भी शेयर किया है। ये है वीडियो-
अपने महिमामंडन के लिए @NitishKumar सरकार कभी #बिहार_दिवस तो कभी शराबबंदी के नाम पर मानव श्रृंखला बनवाने के लिए सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ग़रीब बच्चों को बंधुआ मजदूर की तरह इस्तेमाल करती है!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 24, 2022
इस बार बिहार दिवस के लिए लाए गए बच्चों को सड़े गले भोजन से फ़ूड पॉइज़निंग हो गया! pic.twitter.com/XLTF6gZtm8
बच्चों के बीमार होने पर अबतक आधिकारिक रूप से कारण नहीं बताया गया है, लेकिन दो वजह अब तक सामने आई है। पहला, कहा जा रहा है कि बच्चों को सड़े अंडे परोसे गए, इससे तबीयत बिगड़ी। वहीं दूसरे सूत्रों का कहना है कि सुबह के नाश्ते और दोपहर के भोजन से बची सामग्री को रात में बच्चों को खाने को दिया गया। पटना में इतनी गर्मी है इसके बावजूद बासी खाना दिया गया। पीने के साफ पानी का भी इंतजाम नहीं है। बच्चे काफी देर तक परेशानी झेलते रहे। उनकी शिकायत है कि इलाज में भी देर की गई।
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