एक ताजा अध्ययन से पता चला है कि बिहार के 50 प्रतिशत सांसद और 40 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. ये आंकड़ें 2014 के लोकसभा और 2015 के विधान सभा चुनाव में जीते कर आये जनप्रतिनिधियों के हैं.
बिहार एलेक्शन वॉच ने ये आंकड़ें चुनाव आयोग में दाखिल किये गये शपथ पत्रों के अध्ययन से प्राप्त किया है.
इस आंकड़ें के अनुसार बिहार के कुल 243 विधायकों में 141 पर किसी न किसी तरह का एफआईआर दर्ज है जबकि 97 पर क्रिमिनल चार्जेज हैं.
इसी तरह बिहार के कुल 40 सांसदों में से 20 पर थानों में मामले दर्ज हैं.
इन आंकड़ों से पता चलता है कि आपराधिक छवि वाले विधायकों की संख्या सबसे ज्यादा राजद में है. राजद के 46 विधायकों पर मामले दर्ज हैं जबकि जदयू का स्थान दूसरा है. इसके 37 विधायकों पर मामले दर्ज हैं. इस सूची में तीसरा स्थाान भाजपा का है और इसके 34 विधायकों पर किसी न किसी तरह का मामला थानों में दर्ज है.
इसी तरह भाजपा के 64 प्रतिशत सांसदों पर किसी न किसी तरह का केस दर्ज है जबकि राजद के चार में से सभी चार यानी 100 प्रतिशत सांसदों पर मामले दर्ज हैं. इस मामले में एनसीपी भी राजद से कम नहीं है. इसके कुल दो सांसदों में से दोनों पर मामले दर्ज हैं. जबकि जदयू के दो सांसदों मेे से एक पर मामला दर्ज है.