दलित खिलाड़ी ज्यादा, इसलिए हारी टीम कहने पर हंगामा, गिरफ्तार
जब देशवासी ओलंपिक में जीत पर जश्न मना रहे हैं, तब कुछ लोग एक महिला हॉकी खिलाड़ी के घर पर हंगामा करने लगे। कहा, दलित खिलाड़ी ज्यादा, इसलिए हारी टीम।
ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर पूरा देश गर्व कर रहा है। वहीं जश्न के माहौल में कुछ जातिवादी तत्वों ने जहर घोलने का काम किया। जब महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटिना से हार गई, तो कुछ लोग उत्तराखंड की महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के घर के सामने डांस करने लगे।
जब हंगामा सुनकर घरवाले बाहर आए, तो उन्हें जातिसूचक अपशब्द कहे गए। हंगामा करनेवालों का कहना था कि महिला टीम में दलित खिलाड़ी ज्यादा होने के कारण टीम हार गई।
जैसे ही लोगों को मालूम हुआ कि महिला खिलाड़ी के घरवालों को अपमानित किया गया, तो सोशल मीडिया में लोग अविलंब इन जातिवादी तत्वों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। मामले में गुरुवार को पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
पीटीआई की खबर के अनुसार जैसे ही भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में हारी, वंदना कटारिया के घर के सामने दो लोग डांस करने लगे। उन्होंने भारत की हार पर पटाखे फोड़े। घरवालों ने विरोध किया, तो हंगामा करनेवाले उलझ पड़े।
पुलिस के अनुसार जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, उसका नाम विजय पाल है। उस पर धारा 504 ( किसी को अपमानित करना, जिससे शांति भंग होने का खतरा हो)। एससी-एसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा कि दो सवर्ण लोगों ने वंदना कटारिया के घरवालों से जातिवादी अपशब्ध कहे।
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महिला खिलाड़ी के घर के सामने जातिवादी अपशब्द कहने की बड़ी संख्या में लोगों ने निंदा की है। उसने गांधी को क्यों मारा पुस्तक के लेखक अशोक कुमार पांडेय ने ट्वीट किया- वंदना कटारिया भारत की शान हैं। मेरा सलाम उन्हें। लेखक ने यह भी कहा-अगर वंदना कटारिया के घर बदतमीज़ी करने वाले कथित सवर्ण गुंडों को राज्य सज़ा नहीं दिला पाता तो इसे ओलम्पिक की सफ़लताओं पर सेलिब्रेट करने का कोई अधिकार नहीं।
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