जाति जनगणना पर पहली बार सड़क पर उतरे अखिलेश
जाति जनगणना पर पहली बार सड़क पर उतरे अखिलेश। सपा प्रमुख ने की साइकिल यात्रा। PDA यात्रा से गरमाई राजनीति। हजारों कार्यकर्ता भी साइकिल यात्रा में शामिल।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ में साइकिल यात्रा पर निकले। जाति जनगणना कराने की मांग पर पहली बार सपा प्रमुख सड़क पर उतरे। उनके साथ हजारों की संख्या में सपा कार्यकर्ता साइकिल से पीछे चल रहे थे। यात्रा को पीडीए यात्रा अर्थात पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक नाम दिया गया था।
PDA साइकिल यात्रा : ये दो पहियों पर आगे बढ़ती सामाजिक न्याय की क्रांति है। pic.twitter.com/aDU7Psjnc5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 30, 2023
सपा की साइकिल से पीडीए यात्रा अब तक पांच हजार किमी की यात्रा पूरी कर ली है। खबरों के अनुसार यह यात्रा पिछले 80 दिनों से चल रही है। सोमवार को इस यात्रा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हुए। उन्होंने लगभग 20 किमी साइकिल चलाई।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साइकिल यात्रा की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा PDA साइकिल यात्रा : ये दो पहियों पर आगे बढ़ती सामाजिक न्याय की क्रांति है। उन्होंने यह भी कहा आज है PDA साइकिल यात्रा : ‘सामाजिक न्याय’ होगा पक्का जब घूमेगा बदलाव का चक्का!
सपा की पीडीए यात्रा से अचानक उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। हाल में राज्य में इस बात को लेकर चर्चा थी कि मुस्लिम मतदाता सपा से ज्यादा कांग्रेस की तरफ झुक रहा है। उनकी शिकायत थी कि मुस्लिमों के मामले में सपा प्रमुख अपेक्षा के अनुसार सक्रिय नहीं रहे। उधर दलित समुदाय के बारे में भी कहा जा रहा है कि वह बसपा प्रमुख की अपेक्षाकृत कम सक्रियता से नाराज है। वे इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं हुई हैं और कांग्रेस तथा भाजपा से समान दूरी की बात करती हैं। लोकसभा चुनाव में उनकी भूमिका किस प्रकार और किस दल को प्रभावित करेगी, इस बात को लेकर भी संशय बना हुआ है। इन्हीं स्थितियों को देखते हुए सपा ने अपनी राज्य व्यापी यात्रा को पीडीए यात्रा न यात्रा का नाम दिया।
अखिलेश यादव के यात्रा में शामिल होने को इंडिया गठबंधन में अपनी ताकत दिखाना भी माना जा रहा है। इसकी वजह हाल में मध्य प्रदेश विस चुनाव में सपा और कांग्रेस में तनातनी को भी माना जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि पांच राज्यों के चुनाव के बाद राहुल गांधी भी संभवतः यूपी में अधिक समय देंगे। उससे भी जोड़ कर इय यात्रा को देखा जा रहा है। वैसे इस बात पर सभी सहमत हैं कि अब यूपी में जाति जनगणना का मुद्दा भारी बन सकता है, जिससे भाजपा को परेशानी हो सकती है।
फिर ट्रेनें टकराईं, 13 की मौत, लालू व ललन सिंह ने सीधे PM को घेरा