नीतीश को नहीं है JDU के अंदर कोई चुनौती, फिर बनेंगे अध्यक्ष

लगातार दूसरी बार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं नितीश कुमार

 

बिहार में इन दिनों लगातार बारिश से पुरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है और ऐसे में जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है. जिसमे एकबार फिर नितीश कुमार अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करेंगे. हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि नितीश कुमार ही एकबार फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं, और यह चुनाव मात्र एक औपचारिकता भर ही है. जदयू के महासचिव आफाक आलम के अनुसार 4 अक्टूबर तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और 13 अक्टूबर को नए अध्यक्ष की घोषणा होगी.नितीश कुमार पहली बार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष तब बने थे जब शरद यादव ने 2016 में लगातार चौथी बार जदयू के अध्यक्ष बनने से मना कर दिया था.

मोदी सरकार का हिस्सा नहीं होगा जदयू, नीतीश ने कर दी घोषणा, अचानक हुआ फैसला

नितीश कुमार का राजनितिक  सफ़र

नितीश कुमार एक ऐसे नेता है जिनका राजनितिक सफ़र काफी उतर-चढ़ाव वाला रहा है.

बिहार के बख्तियारपुर में जन्मे नितीश कुमार ने 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (now NIT,पटना ) से मकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली है. जिसके बाद उन्होंने बिहार इलेक्ट्रिसिटी board में नौकरी की लेकिन कुछ समय बाद सब छोड़ कर आखिरकार उन्होंने राजनीती को चुन लिया.

नितीश कुमार अपने शुरुवाती राजनितिक जीवन में जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर, राम मनोहर लोहिया, एस.एन.सिन्हा तथा वीपी सिंह जैसे दिग्गज नेताओं के साथ रहे हैं. नितीश कुमार ने इमरजेंसी के दौरान हुई जे.पी आन्दोलन में भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया था.

मुजफ्फरपुर बालिकागृह सीएम नीतीश के खिलाफ जांच के आदेश

अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थें तब नितीश कुमार को केन्द्रीय रेलवे मिनिस्टर बनाया गया था. जब नितीश रेलमंत्री थे तो उन्होंने रेलवे के विकास के लिए बहुत कुछ किया . रेलवे में ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा नितीश कुमार की ही देन है. हालांकि उस समय हुई एक रेलदुर्घटना की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए ,उन्होंने रेलवे मंत्री से इस्तीफा दे दिया.

2004 में नितीश कुमार लोकसभा चुनाव में दो जगहों से सांसद का चुनाव लड़ें थे जिसमे वो नालंदा से जित गए लेकिन उन्हें अपने क्षेत्र बाढ़ (barh) से हार का मुंह देखना पड़ा.

2005 में हुई बिहार विधानसभा चुनाव जित कर नितीश कुमार मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हुए और अभी तक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहे हैं.

रही बात जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की तो पहली बार 2016 में नितीश कुमार को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया क्यूंकि उस समय शरद यादव ने लगातार चौथी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से साफ़ इंकार कर दिया था.

 

 

 

 

By Editor