सीतामढ़ी के बाजपट्टी की जदयू विधायक रंजू गीता पर अभी कुछ दिन पहले दलितों पर खूनी हमला करवाने के आरोप के बाद अब उन पर अपने ही देवर व एक पत्रकार पर गोली चलवाने का आरोप लगा है.
विधायिका रंजू गीता के देवर ललितेश्वर यादव के साथ जमीन विवाद की खबरें काफी दिनों से गश्वत कर रही थीं.
इस हमले में ललितेश्वर यादव के अलावा स्थानी पत्रकार नथुनी अंसारी को भी गोली लगी है.
इस संबंध में नौकरशाही डॉट कॉम ने रंजू गीता का पक्ष जानने के लिए अनेक काल किया गया लेकिन उनका फोन आफ कर दिया गया. इस मामले में रंजू गीता की तरफ से कोई बयान आता है तो अपनी खबर में इसे शामिल कर लेंगे.
उधर सीतामढ़ी के एसपी ने नौकरशाही डॉट कॉम से कहा है कि इस मामले में ललितेश्वर यादव के साथ जो लोग थे उन्होंने बयान दिया है लेकिन उसमें किसी का नाम नहीं लिया गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गयी है.
इस मामले में स्थानीय कांग्रेस नेता एहसानुल हक खुर्रम ने कहा है कि जदयू की विधायिका कमजोरों पर लगातार जुल्म ढ़ाती रही हैं. उन्होंने कहा कि ललितेश्वर यादव व पत्रकार पर हमले के मामले में ललितेश्वर के रिश्तेदार आशंका जता रहे हैं कि उन पर हमला के पीछे विधायिका का हाथ है लेकिन पुलिस इस ऐंगल से न तो जांच कर रही है और नहीं वह विधायक से पूछताछ करने का साहस रखती है. खुर्रम ने याद दिलाया कि इससे पहले बशहा के 61 दलित परिवारों पर हुए हमले के बाद उन लोगों ने सीधे तौर पर विधायिका का नाम लिया था लेकिन पुलिस उस मामले में भी कुछ करने से बचती रही है.
इस दौरान घायल ललितेश्वर यादव की पत्नी ने कहा कि उन्हें शक है कि उनके पति पर जो यह गोलीबारी हुई है. उसने विधायक रंजू गीता का हाथ है क्योंकि पूर्व में रंजू गीता विधायक द्वारा जमीन के विवाद में जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. घायल की पत्नी ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से विधायक के सत्ता के हनक के आगे लाचार है मजबूर है. घायल की पत्नी ने कहा कि घायल अवस्था में उसके पति से पुलिस से एक सादे कागज साइन करा लिया है.
वहीं पत्रकार नथुनी अंसारी ने भी कहा कि वह रात बेहोशी की हालत में था पुलिस ने सादे कागज पर साइन करा लिया मुझे कुछ पता नहीं है.
विधायक और उसके देवर का काफी दिनों से जमीन का विवाद चल रहा है. ललितेश्पूवर के घर वालों का कहना है कि इससे पहले भी विधायका रंजू गीता ने अपने देवर और देवरानी को बुरी तरह पीटा भी था.
उस मामले में भी ललितेश्वर के घर वालों ने एसपी को आवेदन देकर विधायक के पर मारपीट का आरोप लगाया गया था.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले बाजपट्टीके बसहा गांव के दलित मुसहर परिवारों पर दबंगों ने खूनी हमला किया था जिसमें अनेक लोगों के सर फटे थे. इस मामले में दलित परिवारों ने विधायिका रंजू गीता के इशारे पर हलमा रने का आरोप लगाया था. हालांकि तब रंजू गीता ने स्थानी अखबारों में बयान दिया था कि उनको बदनाम करने की साजिश की जा रही है. इस हमले से उनका कोई लेना देना नहीं है.