पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना में प्रेस वार्ता करके राज्य की नीतीश-भाजपा सरकार पर बड़े घोटाले का आरोप लगाया। कहा कि गरीब प्रदेश के खजाने को लूटा जा रहा है। अपने चुनाव प्रचार के लिए जनता के पैसों को खर्च करने पर भी घेरा।

कहा कि बिहार जैसे गरीब राज्य में जनता और बिहार के लोगों के पैसे की लूट हो रही है, जहां 02 अरब, 25 करोड़ रूपये में दिल्ली से छह सौ डिजिटल रथ मंगा कर महिला संवाद के नाम पर लूट किये जा रहे हैं। चुनावी प्रचार के लिए सरकारी खजाने से 02 अरब, 25 करोड़ रूपये की बड़ी धनराशि सरकारी खजाने से रथ चलाने में खर्च क्यों हो रहे हैं? संस्थागत और संगठित लूट की स्थिति यह है कि 10 भवनों के रख-रखाव पर 688 करोड़ रूपये सरकार खर्च कर रही है। ऐसे भवनों की साफ-सफाई और रख-रखाव के लिए सरकार ने निजी कम्पनियों को ठेका क्यों दिया है, इसके लिए सीधे नियुक्ति क्यों नहीं की गई। अगर सीधे नियुक्ति हुई होती तो इससे हजारों लोगों को नौकरी मिलती।

कहा कि सरकार ने आनन-फानन में विगत सात कैबिनेट में 76 हजार 622 करोड़ की योजनाओं को स्वीकृति दी, जिनमें से अधिकांश योजनाएं निर्माण से संबंधित है। इसमें भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग और अन्य वैसे विभाग शामिल हैं जहां ग्लोबल टेंडर और ठेकेदारी के माध्यम से मंत्रियों को 30 प्रतिशत तक कमीशन मिलता है। ये भ्रष्ट सरकार चुनावी वर्ष में निर्माण संबंधित योजनाओं में तत्काल टेंडर निकाल और तत्काल कमीशन प्राप्त कर चुनावी खर्च निकाल रही है। बिना सोचे-समझे निर्माण और भवन का ढांचा खड़ा कर लूट करना ही सरकार का मकसद रह गया है।

तेजस्वी ने आगे कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-2026 का बजट आकार 03 लाख, 17 हजार करोड़ रखा गया है जो पिछले वित्तीय वर्ष 2024-2025 के तुलना में बजट राशि का 38 हजार करोड़ रूपया ज्यादा है। 03 लाख 17 हजार करोड़ के योजना मद के लिए सिर्फ 01 लाख 16 हजार करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं जबकि पिछले तीन महीने में ही कैबिनेट के द्वारा चुनावी वर्ष को देखते हुए 76 हजार करोड़ से अधिक के योजनाओं की कैबिनेट के द्वारा घोषणा की जा चुकी है। सरकार बताये कि वित्तीय वर्ष के बजट योजना मद में जो 01 लाख 16 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है क्या उसमें विगत वित्तीय वर्ष की ऑन गोईंग योजनाओं की राशि सम्मिलित है कि नहीं? अगर है तो फिर नई योजनाओं और दूसरे विभाग के लिए राशि कहां से लायेंगे।

 

By Editor