मुजफ्फरपुर बलात्कार के जघन्य मामले में तेजस्वी यादव के दबाव का असर दिख गया है. सरकार ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच की मानिटरिंग सुप्रीम कोर्ट करे.
गौरतलब है कि पहले राज्य सरकार इस मामले की बिहार पुलिस से जांच करवाने पर अड़ी थी लेकिन विपक्ष के दबाव के बाद उसने सीबीआई जांच की घोषणा कर दी, लेकिन विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लगातार दबाव बना रहे थे कि इस मामले की मानिटरिंग सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट खुद करे. इसके लिए तेजस्वी यादव ने बिहार से ले कर दिल्ली तक आंदोलन किया. दिल्ली में कैंडल मार्च का आयोजन किया जिसमें राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, तृणमूल के दिनेश त्रिवेदी, सीपीएम के सीता राम येचुरी, सीपीआई के डी राजा समेत अनेक नेता शामिल हुए और नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की.
उधर इस बीच जदयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि हम अपने नेता को इस्तीफा देने ही नहीं देंगे. त्यागी ने कहा कि मुजफ्फर पुर का मामला बहुत गंभीर है. सरकार ने कोर्ट को लिखा है कि हाई कोर्ट या तो खुद इसकी मानिटरिंग करे या सुप्रीम कोर्ट खुद करे.
त्यागी ने राहुलगंधी व सीता राम येचुरी की निंदा की और कहा कि ये नेता मासूम बच्चियों की आड़ में राजद के साथ मिल कर सियासत कर रहे हैं. त्यागी ने कहा कि बिहार सरकार ने इस मामले में राजद की मांग के अनुरूप सीबीआई जांच का ऐलान कर दिया लेकिन ये लोग अभ भी इस मामले में पर सियासत कर रहे हैं.