मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज तेजस्वी यादव पर जम कर बरसे. उन्होंने कहा कि कुछ लोग दिन भर ट्विट-ट्विट करते हैं. आज जो हैं वो मेरी गलती से ही बने.
हालांकि नीतीश ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए उनका नाम नहीं लिया लेकिन संकेतों में वह तेजस्वी पर कई बार हमला करते रहे. नीतीश ने कहा कि मेरी गलती के कारण बन गये. लोग मुझ से कहते हैं कि मैं ऐसी गलती हमेशा कर देता हूं. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को आता जाता कुछ नहीं केवल ट्विट-ट्विट करते रहते हैं. नीतीश का सीधा इशारा प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी की तरफ था.
ध्यान रहे कि जुलाई 2017 के बाद से जबसे नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़ कर भाजपा के साथ बनाई तब से तेजस्वी नियमित रूप से प्रति दिन औसतन तीन ट्विट करते हैं और कमोबेश हर ट्विट में वह नीतीश कुमार पर हमला बोलते हैं.
नीतीश कुमार ने शराबबंदी के दो वर्ष पूरे होने पर इसके फायदे बताये. लेकिन साथ ही उन लोगों पर भी जम कर निशाना साधा जो शराबंबदी की खामियां गिनाते हैं. नीतीश ने कहा सीएम नीतीश ने कहा कि अगर हमसे गुस्सा हैं तो मुझे बर्बाद कर दीजिए, लेकिन शराबबंदी का विरोध तो मत कीजिए. कुछ लोग गरीबों के हिमायती बनते हैं और गरीबों के खिलाफ ही अभियान चलाते हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि समाज को बदलने के लिए शराबबंदी का साथ दीजिए और धंधेबाजों को पकड़वाइए. किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
राजद के नेताओं द्वारा यह कहे जाने पर कि शराबबंदी के नाम पर एक लाख लोग जेल में बंद हैं और ये तमाम लोग गरीब परिवारों से हैं. नीतीश कुमार ने विरोधयों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जेल की क्षमता एक लाख नहीं है और कुछ लोग दावा करते हैं कि शराबबंदी में एक लाख पकड़े गए हैं.
नीतीश ने कहा कि शराबबंदी में पकड़े गये लोगों की सिफारिश करने वाले ही ऐसी बात करते हैं उन्होंने कहा कि जो लोग शराब के धंधेबाज और शराब पीने वाले लोगों की सिफारिश करते हैं. ये कैसी मानसिकता है? किसी भी जाति के हों, जो लोग शराब के धंधेबाज हैं, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे. शराबबंदी के बाद बिहार में बड़ा परिवर्तन हो रहा है.
इस अवसर पर नीतीश ने इशारों में भाजपा को भी चेताया. कहा कि साम्प्रदायिकता पर वह किसी से समझौता नहीं करेंगे.