नीतीश-तेजस्वी ने देश को दी दिशा, आंध्र में जाति गणना के लिए पहला प्रदर्शन

नीतीश-तेजस्वी ने सेट किया देश का एजेंडा, आंध्र में जाति गणना के लिए प्रदर्शन। शनिवार को कांग्रेस के नेतृत्व में निकला पहला प्रदर्शन।

जाति गणना की गूंज दक्षिणी राज्यों में भी सुनाई पड़ने लगी है। आंध्र प्रदेश में शनिवार को कांग्रेस के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन करके राज्य और देश में जाति गणना कराने की मांग की। प्रदर्शन में आंध्र प्रदेश कांग्रेस के तमाम बड़े नेता शामिल थे। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष @RudrarajuGidugu , CWC सदस्य @drnraghuveera सहित तमाम बड़े नेता शामिल थे। इसी के साथ यह भी तय माना जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव में जाति गणना राष्ट्रव्यापी प्रमुख मुद्दा बनने जा रहा है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने देश का एजेंडा सेट कर दिया है। आंध्र प्रदेश से पहले छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में जाति गणना कराने का एलान कर दिया है। अगर कांग्रेस जीती, तो इन राज्यों में जाति गणना होना तय है। अब आंध्र प्रदेश में भी जाति गणना की मांग गूंजने लगी है। इससे वहां राज्य की राजनीति में भी हलचल होना तय है।

भाजपा के लिए वैसे तो आंध्र प्रदेश में कुछ खास नहीं है। लेकिन वहां भी जाति गणना की मांग होने से देश में यह मांग मजबूत होगी। भाजपा जाति गणना का विरोध करती रही है। उसके लिए नई परेशानी आने जा रही है। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में जाति गणना की मांग धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां भी इस मांग से भाजपा परेशान है। इन राज्यों में भाजपा इस मुद्दे पर अभी तक चुप्पी बनाए हुए है।

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By Editor