बिहार विधान परिषद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सहित सहित 11 सदस्य निर्वाचित घोषित कर दिए गए हैं। उन्हें सर्टिफिकेट दे दिए गए हैं। परिषद के लिए जो 11 सदस्य चुने गए हैं, वे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, राजद के अब्दुलबारी सिद्दीक़ी, उर्मिला ठाकुर और फ़ैसल मो अली, भाजपा के मंगल पांडेय, लाल मोहन गुप्ता तथा अनामिका सिंह, हम के संतोष कुमार सुमन, जदयू के खालिद अनवर तथा माले की शशि यादव।
राजद के नवनिर्वाचित चार सदस्यों में दो महिलाएं हैं। अगर महागठबंधन के हिसाब से देखें, तो पांच में तीन महिलाएं हैं, जबकि एनडीए के चुने गए छह सदस्यों में एक महिला हैं। महागठबंधन के पांच सदस्यों में दो मुस्लिम हैं और तीन पिछड़ी जाति की हैं। भाजपा के तीन सदस्यों में दो पिछड़ी जाति के हैं। भाकपा माले के चुनावी इतिहास में पहली बार पार्टी ने विधान परिषद में प्रत्याशी उतारा तथा जीत मिली। इस प्रकार शशि यादव माले की पहली विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुई हैं। हाल में उन्होंने आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं, रसोइयों और अन्य स्कीम वर्करों का आंदोलन खड़ा किया था और इनका वेतनमान बढ़ाने में भी सफलता मिली थी। राजद की उर्मिला ठाकुर पार्टी की प्रवक्ता हैं और सामाजिक न्याय आंदोलन की मुखर नेता हैं। परिषद सदस्य के लिए चुने जाने पर उन्होंने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को धन्यवाद देते हुए कहा कि नाई की बेटी को उन्होंने सम्मान दिया है।
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परिषद चुनाव के बाद अब सभी दलों का पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव पर केंद्रित हो गया है। खबर है कि एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है। इंडिया गठबंधन में भी कोई बड़ा पेंच नहीं है। माना जा रहा है कि दो-तीन दिनों के भीतर दोनों गठबंधनों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो जाएगी। नामों के एलान के बाद संघर्ष की तस्वीर स्पष्ट हो जाएगा।