राजीव महर्षि ने (25 सितंबर, 2017) को भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की शपथ ली. सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे. राजीव महर्षि का कार्यकाल 7 अगस्त, 2020 तक होगा.
नौकरशाही डेस्क
गौरतलब है कि महर्षि ने शशिकांत शर्मा का स्थान लिया है. शर्मा ने 23 मई 2013 को कैग पद की शपथ ली थी. महर्षि, राजस्थान कैडर से वर्ष 1978 के बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रिटायर्ड अधिकारी हैं. पिछले महीने ही महर्षि ने गृह सचिव के पद पर दो वर्ष का अपना कार्यकाल पूरा किया है.
बता दें कि कैग की नियुक्ति छह वर्ष के लिए होती है या तब तक के लिए होती है जब तक इस पर बैठा व्यक्ति 65 वर्ष का नहीं हो जाता. संवैधानिक अधिकारी के तौर पर कैग के ऊपर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के खातों के ऑडिट की जिम्मेदारी होती है. कैग की रिपोर्ट संसद और राज्य विधानसभाओं में पेश की जाती है.