आज पहली बार एलजीपी औरआरएलएसपी ने भाजपा पर हल्ला बोला. कहा कि सीट बंटावारा जल्द तय करो और अबकी बार भाजपा सरकार के बजाये एनडीए सरकार का नार तय करो.
अनूप नारायण सिंह
विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में विवाद शुरू हो गया है। भाजपा की सहयोगी पार्टी लोजपा और रालोसपा ने सोमवार को पटना में संयुक्त प्रेस वार्ता की। दोनों दलों के नेताओं ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा नेता ऐसा बयान नहीं दें, जिससे हमलोगों के कार्यकर्ताओं को दुख पहुंचे।
एनडीए के दो घटक दल लोजपा और रालोसपा ने भाजपा के व्यवहार पर नाराजगी जताई है। दोनों पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और अरुण कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस बुला कर अपनी नाराजगी व्यक्त की। दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा को चाहिए कि वे 102 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़े। शेष 141 सीटों का एनडीए के घटक दलों के बीच बंटवारा हो।
लोजपा नेता पशुपति पारस ने कहा कि भाजपा गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका में है। भाजपा को एक सप्ताह के अंदर सभी सीटों का बंटवारा कर देना चाहिए। सीट बंटवारे में देर करना ठीक नहीं है। पारस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि विधान परिषद के चुनाव में लोजपा के हाजीपुर के प्रत्याशी को भाजपा के नेताओं ने हराने का काम किया था।
महागठबंधन के दलों ने सीटों का बंटवारा कर लिया अघोषित रूप से उनके उम्मीदवार भी तय हो गए हैं और वे अपने क्षेत्र में घूम रहे हैं। ऐसे में भाजपा को भी सीटों के बंटवारे में जल्दी करनी चाहिए। लोजपा को सभी जिलों में सीट चाहिए।
रालोसपा नेता अरुण कुमार ने कहा कि परिवर्तन यात्रा में जिलों में रालोसपा के नेताओं को पूछा नहीं जा रहा है। भाजपा का नारा कि ‘अबकी बार भाजपा सरकार’ पर भी हमें आपत्ति है। भाजपा की जगह एनडीए सरकार होनी चाहिए। पत्रकारों के यह सवाल कि क्या भाजपा को आपका यह अल्टीमेटम है, पर उन्होंने कहा कि अभी यह स्थिति नहीं आई है। आपस में संवादहीनता के कारण राज्य में गलत संदेश जा रहा है।