विदाई समारोह में पूर्व DGP Singhal ने दी सफाई, पर खतरा बरकरार
पूर्व DGP SK Singhal ने अपने विदाई समारोह में खूब सफाई दी। कहा, फर्जी ढंग से चीफ जस्टिस बनकर फोन मामले का उन्होंने ही खुलासा किया था…।
पूर्व DGP SK Singhal ने कल सोमवार को अपने विदाई समारोह में सफाई देते हुए कहा कि गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार के मामले का उन्होंने ही खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि फर्जी ढंग से खुद को पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बन कर उन्हें फोन करानेवाले आदित्य कुमार का मामला उजागर करके सच्चाई सबके सामने लाई। सिंघल ने मीडिया से कहा कि फरार एसएसपी आदित्य कुमार ने उन्हें गुमराह किया। जब हमें मालूम हुआ कि उसने कई लोगों को चीफ जस्टिस बनकर फोन किया है, तो जांच कराई।
पूर्व डीजीपी एसके सिंघल की इस सफाई के बाद भी सवाल खत्म नहीं हुए। वे खुद स्वीकार कर रहे हैं कि उन्हें गुमराह किया गया। क्या पुलिस के मुखिया को ही गुमराह करना संभव है, जिनके पास आधुनिक जांच प्रणाली है, तमाम एक्सपर्ट हैं और पूरा पुलिस तंत्र है।
सवाल यह भी है कि अगर वे बेदाग हैं, तो उन्होंने पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, जबकि क्षेत्रीय आईजी ने उनके खिलाफ रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट के बावजूद उन्होंने कार्रवाई करने के बदले सिर्फ तबादला किया। आदित्य कुमार को मुख्यालय बुला लिया। कार्रवाई नहीं करना क्या अक्षमता है या इसमें कोई राज है, यह तो पूरे मामले की गहराई से जांच होने के बाद ही पता चलेगा।
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इस बीच मंगलवार को जानकारी मिली कि नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने कार्यभार संभालने के बाद राज्य के मुख्य सचिव से मुलाकात की है। मुलाकात सिर्फ औपचारिक थी या इसमें राज्य की स्थिति और पूर्व डीजीपी से जुड़े मामले पर भी कोई चर्चा हुई, इसकी जानकारी नहीं है। क्या पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को बेलिफिट ऑफ डाउट का लाभ मिलेगा या पूरे मामले की गहराई से जांच होगी, यह तो वक्त बताएगा।
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