विस में मुख्यमंत्री को उन्हीं के एजेंडे पर तेजस्वी ने घेरा
विस में मुख्यमंत्री को उन्हीं के एजेंडे पर तेजस्वी यादव ने घेरा। आंकड़ों से बताया कि लालू राज से 101 प्रतिशत अपराध बढ़े हैं। इस आंकड़े पर पूरा सदन चुप रहा।
कुमार अनिल
आज बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव यादव मंझे हुए राजनीतिज्ञ की तरह कभी सरकार पर जोरदार हमला करते दिखे, कभी चुटकी लेते। अपनी हर बात आंकड़ों से कही। सरकार को क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म पर घेरने के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के सवाल भी आंकड़ों के साथ बात कही।
तेजस्वी ने कहा कि राज्य के 80 प्रतिशत सरकारी स्कूल बिना प्रिंसिपल के चल रहे हैं। 2.5 लाख पद खाली हैं। उन्होंने पूछा कि सरकार को नियुक्ति पत्र देने में क्या कठिनाई हो रही है। सरकार नहीं चाहती थी कि दूसरे प्रदेश से कोरोना काल में मजदूर लौटें। कहा गया कि मजदूरों के आने से अपराध बढ़ेगा।
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सरकार बताए कि आठ हजार कोरोना टेस्ट हो रहा था, वह अचानक लाख से ऊपर कैसे हो गया। सरकार सर्वदलीय जांच पर क्यों तैयार नहीं है। हजारों लोगों का मोबाइल नंबर जीरो-जीरो है। हजारों जांच किट गायब मिले हैं। क्लारेंटाइन सेंटरों में गड़बड़ी की रिपोर्ट आ रही है। भ्रष्टाचार उजागर करने पर कहा जाता है कि विपक्ष को एबीसीडी का पता नहीं है।
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तेजस्वी ने कहा कि पत्रकारों को विस के गेट पर मारा-पीटा गया। उन्होंने कहा कि भले ही हमें एबीसीडी पता नहीं है, पर हम सीखना चाहते हैं। आप प्रश्नपत्र लीक होने पर जिम्मेदारी तय नहीं करते, विपक्ष पर हमला करते हैं। सरकार मैट्रिक की परीक्षा ठीक से नहीं ले पा रही है, वह बिहार कैसे संभालेंगे।
तेजस्वी ने सरकार को घेरा कि मंत्री बीमार होते हैं, तो दिल्ली चले जाते हैं। अगर यहां आपने हेल्थ सिस्टम इतना ही अच्छा बना दिया है, तो दिल्ली क्यों जाते हैं। अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा में, शिक्षा में आज बिहार सबसे नीचे क्यों है। कोई इंडस्ट्री नहीं लग रही है। केवल आत्मनिर्भर कहने से बिहार आत्मनिर्भर नहीं होगा। बिहार के हर दूसरे घर से पलायन हो रहा है।
तेजस्वी सरकार पर हमला करते हुए अपने एजेंडे को भी याद दिलाते रहे। पढ़ाई, दवाई, रोजगार को बार-बार उठाया, साथ ही बिहार के हर वर्ग की मांगों को स्वर दिया।