ये हैं सच्चे हिंदू, केरल और महाराष्ट्र के मंदिरों में दिया इफ्तार

नफरत के इस तूफानी दौर में भी प्रेम-भाईचारा जिंदा है। केरल व महाराष्ट्र से अच्छी खबरें हैं। मंदिर परिसर में हिंदुओं ने मुसलमानों के लिए आयोजित किया इफ्तार।

हिंदू-मुस्लिम सदियों से यहां साथ-साथ रहते आए हैं। पहले भी आपस में झगड़े होते थे, पर वह सीमित क्षेत्र में उभरता था और कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाता था। लोग फिर से मिलजुल कर रहने लगते थे। इस बार एक मुद्दा खत्म नहीं होता कि दूसरा मुद्दा खड़ा करके नफरत की आग जलाए रखने की कोशिश हो रही है। खाने-पहनने और लाउडस्पीकर के उपयोग पर देश को लड़ाया जा रहा है। ऐसे समय में केरल और महाराष्ट्र से अच्छी खबरें हैं। दोनों प्रदेशों में हिंदुओं ने मंदिर परिसर में मुस्लिम भाइयों के लिए इफ्तार का आयोजन किया। दोनों स्थलों पर बड़ी संख्या में हिंदू-मुस्लिम जमा हुए। एक दूसरे से गले मिले।

केरल के मलाप्पुरम जिले के मंदिर में हिंदुओं ने रमजान के महीने में मुस्लिमों के लिए इफ्तार का आयोजन किया। तिरूर के निकट वनियान्नुर में श्री महाविष्णु मंदिर है। मंदिर समिति ने यहां के मुस्लिमों के लिए इफ्तार का आयोजन किया, जिसमें 200 से ज्यादा मुस्लिम शामिल हुए।

मंदिर समिति के शशि कुमार ने कहा कि मंदिर के सालाना उत्सव में वर्षों से मुस्लिम सहित सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं। उत्सव में सभी साथ बैठकर साड्या ( एक शाकाहारी भोजन) खाते हैं। इस बार रमजान के कारण मुस्लिम उत्सव में शामिल नहीं हुए, तो मंदिर समिति ने उनके लिए अलग से इफ्तार का ईयोजन किया।

इसी तरह महाराष्ट्र के पुणे में एक हनुमान मंदिर परिसर में हिंदुओं ने मुस्लिमों के लिए इफ्तार का आयोजन किया। यह आयोजन एनसीपी नेता रवींद्र मालवाडकर ने किया। पुणे मिरर की खबर के अनुसार एनसीपी यहां पिछले 35 वर्षों से मुस्लिमों के लिए इफ्तार आयोजित किया जाता रहा है। इफ्तार का ये है वीडिये-

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