नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) अध्यक्ष कोनराड संगमा ने मेघालय के 12वें मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ले ली है. भाजपा अपने दो विधायकों के बूते संगमा को मुख्यमंत्री की कमान सौंपवा कर वहां की सत्ता में दस्तक दे दी है. नार्थईस्ट के बाहर कोनराड संगमा के बारे में सिर्फ इतना पता है कि वह चर्चित कांग्रेसी नेता पीए संगमा के बेटे हैं.
पीए संगमा नार्थ ईस्ट के पहले ऐसा नेता थे जिन्हें लोकसभा का स्पीकर बनाया गया था. बाद में वह कांग्रेस से अलग हुए फैक्शन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन शरदपवार के साथ कर लिया था. फिर वहां से भी अलग हो कर उन्होंने  नेशनल पीपुल्स पार्टी यानी एनपीपी का गठन किया. तब से ही उनके बेटे कोनराड संगमा एनपीपी के नयी पीढ़ी के नेता के रूप में चर्चित होने लगे थे. आगे चल कर वह राज्य के वित्त मंत्री भी बने थे.
कोनारड की एक बहन हैं अगाथा संगमा. वह कोनारड से ज्यादा चर्चित तब हो गयीं थी जब यूपीए की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री बनी थीं.
    

भाजपा अगाथा को यह समझाने में सफल रही कि मुख्यमंत्री उनके भाई को ही बनाया जाये. भाई कोनारड संगमा, अगाथा से बड़ें हैं.कोनराड के एक भाई भी हैं. उनका नाम है जेम्स संगमा पिछली विधानसभा (2013-18) में नेता विपक्ष रह चुके हैं.

कोनराड सेल्सेसा से विधायक चुने गये हैं. और वह तुरा सीट से सांसद हैं.

 
27 जनवरी 1978 को जन्मे कोनराड संगमा कॉलेज के वक्त से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. 1990 के दशक में जिन दिनों कोनराड कॉलेज में पढ़ रहे थे, उस दौर में पीए संगमा केंद्र की राजनीति में जाना-माना चेहरा बन चुके थे. वे नॉर्थईस्ट के राज्यों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के लिए ताबड़तोड़ रैलियां करते थे. इस दौरान पीए संगमा ने अपने प्रचार अभियान की कमान बेटे कोनराड को सौंप रखी थी. यहीं से कोनराड मुख्य धारा की राजनीति में आ गए.
ईसाई धर्मावलम्बी कोनराड ने एम्पीरियल कालेज लंदन से पढ़ाई की है.
 
 

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