तेलंगाना में मुसलमानों को 12 प्रतिशत आरक्षण के प्रस्ताव के बाद बिहार में मुस्लिम आरक्षण की मांग जोर पकड़ने लगी है. खास बात यह है कि यह मांग महागठबंधन सरकार की सहयोगी कांग्रेस के विधायक की तरफ से की गयी है.jawaid

 

कांग्रेस के किशनगंज के विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री डॉ. मोहम्मद जावेद ने बिहार सरकार से मांग की है कि जिस तरह से तेलंगाना सरकार ने मुसलमानों की आबादी के अनुपात में आरक्षण देने का फैसला लिया है उसी तरह बिहार सरकार भी आरक्षण देने की घोषणा करे.

डॉ. जावेद ने नौकरशाही डॉट कॉम से  कहा कि 2011 के जनगणना के अनुसार बिहार में मुसलमानों की आबादी 17 प्रतिशत है, इसलिए उन्हें 17 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए.

गौरतलब है कि डॉ जावेद राज्य सरकार में शामिल महागबंधन के दल कांग्रेस के विधायक है. ऐसे में उनकी मांग काफी महत्वपूर्ण है.

17 प्रतिशत आबादी की अनदेखी 

विधान सभा में  कांग्रेस के सचेतक डॉ. जावेद ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों देश और राज्य के विकास की बात करते हैं. ऐसे में बिहार की 17 प्रतिशत आबादी की अनदेखी करके बिहार का विकास संभव नहीं है.

डॉ. जावेद ने यह मांग तब की है जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पिछले रविवार को हैदराबाद में आयोजित इफ्तार पार्टी के दौरान घोषणा की कि उनकी सरकार विधान सभा का विशेष सत्र बुला कर मुसलमानों के लिए उनकी आबादी के अनुरूप 12 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव पारित करेगी.

शिक्षा और नौकरियों में मुसलमानों की अल्पभागीदारी के मद्देनजर यह एक महत्वपूर्ण फैसला माना जा रहा है. ध्यान रहे कि 2004-05 में सचर कमेटी की  अध्ययन रिपोर्ट में मुसलमानों के शैक्षिक और आर्थिक पिछड़ेपन को दलितों के समतुल्य बताया गया था.

किशनगंज से लगातार चार बार विधायक रहे डॉ जावेद ने जोर देते हुए कहा कि वह इस मामले को विधान सभा के आगामी सत्र के दौरान भी उठायेंगे.

 

 

By Editor