घृणा से भरे चैनलों के डिबेट में शामिल न होने के लिए तेजस्वी ने 24 दलों को लिखा पत्र

कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल शुक्रवार को राजद पटना में एक दिवसीय धरना देगी और वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका देने की मांग करेगी. ये बातें पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सह बिहार विधान सभा में नेता विपक्ष तेजस्‍वी यादव ने ट्विट कर कही.  वहीं, तेजस्‍वी ने ये भी कहा कि वे बिहार के राज्‍यपाल के समक्ष अपने विधायकों को लेकर जायेंगे और सिंगल लार्जेस्‍ट पार्टी होने का दावा पेश करेंगे.   

 

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने अपने ट्विट में लिखा कि कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में राजद का एक दिवसीय धरना होगा. हम राज्यपाल महोदय से मांग करते हैं कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें. मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोंक रहा हूं. इससे पहले भी तेजस्‍वी ने अपने एक ट्विट में लिखा था कि अगर बिहार में Post Poll Alliance को राज्यपाल द्वारा निमंत्रण देकर सरकार बनाई जा सकती है तो कर्नाटक में क्या दिक़्क़त है? अन्यथा बिहार में भी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का निमंत्रण देना चाहिए। चित भी इनकी पट भी इनकी.

गौरतलब है कि भाजपा की ओर से कर्नाटक में सिंगल लार्जेस्‍ट पार्टी होने की बात कर दावा पेश किया था, जिसके बाद राज्‍यपाल की ओर से उन्‍हें सरकार बनाने का आमंत्रण मिला था. जिस पर कांग्रेस और जेडीएस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.

शीर्ष कोर्ट देर रात 1:45 बजे मामले पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया. जस्टिस एके सीकरी, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े की बेंच ने आधी रात दो बजे के बाद से इस मामले पर सुनवाई की. अदालत के सामने कांग्रेस का पक्ष अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा का पक्ष पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने रखा. मगर सुप्रीम कोर्ट ने बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

 

 

 

 

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