2024 चुनाव : बिहार को भाजपामुक्त करने की शुरुआत पूर्णिया से

2024 चुनाव की तैयारी के लिए पूर्णिया का महत्व बढ़ गया है। अमित शाह यहां मीटिंग कर चुके हैं। अब महागठबंधन की रैली 25 को। साथ-साथ होंगे नीतीश-तेजस्वी।

बिहार में 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है। बुधवार को राजद कार्यालय में महागठबंधन की बैठक हुई, जिसमें पूर्णिया में बड़ी रैली करने का निर्णय लिया गया। रैली 25 फरवरी को होगी। इसे राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव संबोधित करेंगे। महागठबंधन ने पूर्णिया रैली को भाजपामुक्त बिहार की शुरुआत कहा है।

चार महीने पहले गृह मंत्री अमित शाह सीमांचल का दौरा कर चुके हैं। यहां उन्होंने सभा के साथ ही भाजपा सांसदों-विधायकों के साथ बैठक करके 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाई थी। अब उसी पूर्णिया में महागबंधन के सभी बड़े नेता जुटेंगे तथा बिहार को भाजपा मुक्त करने के अभियान की शुरुआत करेंगे। महागठबंधन के नेता कई अवसरों पर कह चुके हैं कि 2024 चुनाव में बिहार में भाजपा का खाता नहीं खुलेगा।

2024 लोकसभा चुनाव की दृष्टि से सीमांचल का महत्व इस बार बढ़ गया है। अमित शाह यहां आ चुके हैं। इस इलाके में मुस्लिम आबादी अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक है। इसीलिए यहां सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की आशंका है, जबकि महागठबंधन की कोशिश है कि जनता के वास्तविक मुद्दों केंद्र प्रायोजित महंगाई, बेरोजगारी, देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने की कोशिशों को विफल करने जैसे मुद्दों पर चुनाव हो। महागठबंधन ने अमित शाह के दौरे के बाद ही कहा था कि वह भी जवाबी रैली करेगा।

केन्द्रीय बजट में बिहार की घोर उपेक्षा, संघीय व्यवस्था पर निरंतर हमला, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और पैकेज नहीं मिलना, गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ सौतेलेपन का व्यवहार, भाजपा ने बिहार में जुमलेबजी तथा झांसा देकर लोकसभा में जो वोट लिया उसके प्रति अनादर, भाजपा तथा उसके सहयोगी दल के सांसदों के द्वारा बिहार के हित पर चुप्पी साधे जाने, समाजवाद तथा सेक्यूलिजम पर विश्वास करने वाली ताकतों की एकजुटता के साथ उन्मादी, जुमलाबाजी और संविधान विरोधी कार्य करने वाली शक्तियों के खिलाफ महागठबंधन के शीर्ष नेता के निर्णय के बाद यह फैसला हुआ कि दिनांक 25 फरवरी, 2023 को सीमांचल के पूर्णियां रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की ओर से एकजुटता रैली आयोजित की गई है। ये बातें आज संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में महागठबंधन के नेताओं ने संबोधित करते हुए कही।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि इस रैली में पूर्णिंया, किशनगंज, अररिया, कटिहार के अलावा सुपौल, मधेपुरा, सहरसा और भागलपुर जिला के नेता और कार्यकर्ता के साथ-साथ गरीब, वंचित समाज को जोड़ने वाले सभी वर्ग के लोग शामिल होंगे। इन्होंने कहा कि जिस तरह से साम्प्रदायिक और उन्मादी शक्तियों के द्वारा देश और राज्य में माहौल खराब करने का साजिश चल रहा है उसके खिलाफ सभी को एकजुट होकर वैसी ताकतों को जवाब देने की आवश्यकता है।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री मदन मोहन झा, सीपीआईएमएल के श्री केडी यादव, सीपीआई के विजय नारायण मिश्रा, सीपीआई एम के सर्वोदय शर्मा, राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता भी बैठक में शामिल थे। इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में राजद के प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद, संगठन महासचिव राजेश यादव, हम पार्टी के पूजा सिंह सहित अन्य गणमान्य नेतागण भी उपस्थित थे।

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