नोटबंदी की 5वीं बरसी : राहुल, मोदी और चिप एंकर में रेस

नोटबंदी की 5वीं बरसी पर सोशल मीडिया में तीन वीडियो की धूम मची है। एक राहुल गांधी का, दूसरा प्रधानमंत्री मोदी का और तीसरा श्वेता सिंह का। फर्स्ट कौन?

कुमार अनिल

आज देश नोटबंदी की 5वीं बरसी मना रहा है। सोशल मीडिया #DeMonetisationDisaster एक नंबर पर ट्रेंड कर रहा है। साथ ही #नोटबंदी_अर्थतंत्र_की_बरसी भी पहले पांच स्थानों पर दिनभर बना हुआ है। आज तीन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। पहला राहुल गांधी का वीडियो है, दूसरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का और तीसरा चिप एंकर के नाम से मशहूर टीवी एंकर श्वेता सिंह का। बताइए, तीनों में सबसे ज्यादा किसका वीडियो देखा जा रहा है?

हम तीनों वीडियो आपके लिए शेयर कर रहे हैं। तीनों वीडियो में फर्स्ट कौन आया, इसे जानने से पहले तीनों में क्या है, उसे जान लेते हैं।

राहुल गांधी ने आज एक वीडियो जारी किया, जिसमें वे कह रहे हैं कि आज के दिन अचानक रात आठ बजे प्रधानमंत्री ने पांच सौ और हजार के नोट को रद्दी के कागज में बदल दिया। दूसरे दिन पूरा देश बैंकों के सामने लाइन में खड़ा हो गया। आपने अपना पैसा बैंक में डाल दिया। सवाल, क्या काला धन खत्म हुआ। जवाब है नहीं। आपके पैसे से किसे फायदा हुआ? सरकार ने आपका पूरा पैसा लेकर अरबपतियों का कर्जा माफ किया। सरकार ने एक और बड़ा काम किया। उसने मैदान साफ कर दिया-अरबपति मित्रों के लिए। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ असंगठित अर्थव्यवस्था है, जो नगदी पर चलती है। सरकार ने छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया। नोटबंदी से देश तबाह हो गया और सबसे बड़ी मार गरीबों पर पड़ी।

दूसरा वीडियो प्रधानमंत्री मोदी का वायरल है। प्रधानमंत्री जापान में भाषण दे रहे हैं। कह रहे हैं कि घर में शादी है। फिर ताली बजाकर हंसते हुए कहते हैं, लेकिन घर में पैसा नहीं है। प्रधानमंत्री ने जिस अंदाज में ताली बजाई है, वैसी ताली आपने कभी नहीं बजाई होगी। सामने भारतीय समूह खुश होकर ताली बजाता है। इस वीडियो को देखकर लोग कह रहे हैं कि किसी के दुख पर इस तरह हंसने का यह विभत्स वीडियो है।

एक तीसरा वीडियो भी वायरल है, जिसमें टीवी एंकर श्वेता सिंह बड़े आत्मविश्वास के साथ झूठ बोल रही हैं कि दो हजार के नोट में चिप लगा है और जमीन में गाड़ देने पर भी वह सिग्नल देगा। अब कोई भी काला धन जमा नहीं कर सकता।

इस तीनों वीडियो में रेस जारी है। अब तक लगातार पहले स्थान पर प्रधानमंत्री का ताली बजाते वह वीडियो है, जिसमें वे कह रहे हैं घर में शादी है और पैसे नहीं हैं। दूसरे के दुख पर हंसने का यह वीडियो देश कभी नहीं भूल सकता है। दूसरे स्थान पर श्वेता सिंह हैं। झूठ, अज्ञान, सरकारपरस्ती का यह नमूना है, जिससे आगे निकलने की कई एंकर दिन-रात कोशिश कर रहे हैं। तीसरे स्थान पर राहुल गांधी का वीडियो है, जिसमें वे तर्क, विवेक, तथ्य, संवेदना तथा देश की चिंता कर रहे हैं।

इन तीन वीडियो के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का वह वीडियो भी खूब देखा जा रहा है, जिसमें वे नोटबंदी को संगठित लूट और देश की बर्बादी बता रहे हैं। बैंकों के सामने लगी लाइनों की तस्वीरें भी खूब शेयर करके लोग अपने दुखों को याद कर रहे हैं।

आप भी याद करिए कि पांच साल पहले आप कहां खड़े थे। राहुल को गाली दे रहे थे या मोदी को कोस रहे थे? क्या आपको भी भरोसा था कि देश से काला धन खत्म करने के लिए मोदी जी ने यह कड़वी दवा दी है, देश को कैशलेस बनाने का शोर कहां है, आतंकवाद खत्म करने का भी शोर था। क्या आप भी शोर मचानेवालों के साथ थे या जिन थोड़े लोगों ने विवेक की बात की थी, उनके साथ खड़े थे। सोचना जरूरी है, ताकि फिर धोखा न खाएं।

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