चुनाव प्रचार के वक्त बिहार को विशेष सहाता देने के मामले में नीलामी की बोली लगाने की शैली में पीम मोदी ने एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी. मोदी 14 अक्टूबर को आ रहे हैं. बिहार की जनता उनके वादे पूरे करने का इंतजार कर रही है. संजय वर्मा की कलम से

सांकेतिक फोटो

 

बिहार में राजद जदयू कांग्रेस महागठबंधन के टूटने या तोड़वाने के बाद अस्तित्व में आई जदयू- बीजेपी की सरकार बनने के बाद केंद्र सरकार के रुख राज्य सरकार के समर्थन में सकारात्मक रुख रहेगा और राज्य दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर देश का नंबर प्रदेश बनेगा यह उम्मीद राज्य के  हर नागरिक को है.

14 अक्टूबर को बिहार दौरे पर मोदी

राजनीति तो अपनी जगह पर होती है होती रहेगी 14 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी पटना आ रहे हैं एनडीए सरकार बनने के बाद यह दूसरा दौरा है. पूर्व में बिहार में आई प्रलयंकारी बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया था सरकार द्वारा क्षति के बाद की आकलित राशि के विपरीत तत्काल पैकेज के नाम पर 500 करोड़ दिया पर अभी तक पैसे नही मिले.

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा को मोदी किस नज़रिये से लेते है गौर करने लायक है बिहार चुनाव के दौरान 2015 में विशेष पैकेज के तौर पर 125 लाख हजार करोड़ रुपये देने की जो घोषणा की थी वो राशि बिहार को मिलती है या नही ये ऐसे सवाल है जिसपर हर बिहारियो की नज़र है. यह याद रखना होगा कि विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने अपने भाषणा में नीलामी में बोली लगाने की शैली में कहा था कि बोलो बिहार को कितना दे दूं- “50 हजार करोडच? 75 हजार करोड़? एक लाख करोड़? नहीं चलो एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये देंगे”.

उधर भाजपा के साथ बिहार की सत्ता पर कब्जा कर लेने के बाद सीएम नीतीश कुमार की जुबान तो जैसे सिल ही गयी है. अब न वह विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते हैं और ना ही विशेष पैकेज की मांग करते हैं. भले ही नीतीश के चुप रहने का कारण राजनीतिक मजबूरी है, पर जनता तो दोनों नेताओं के बयान को भूल नहीं सकती. वह दोनो नेताओं की बातों के पूरी होने की उम्मीद में है.

अलावा इसके केंद्र सरकार के पास लंबित कई परियोजनाओं के अटके होने पर मोदी का क्या रुख होता है देखना दिलचस्प होगा.

पांच घंटे के बिहार यत्तर में पटना यूनिवरसिटी दीक्षांत समारोह में भाग लेने के बाद मोकामा में सिवरेज का उद्घाटन के अलावा 6 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग का आधारशिला रखने का प्रोग्राम निर्धारिल है वैशे पूरा बिहार आशान्वित है देखे उनकी पोटली से क्या निकलता है बिहार के लिये

By Editor