ऑक्सीजन की तलाश में अयोध्या से बंगाल पहुंचा दंपती

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भले ही राज्य में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने का दावा कर रहे हों और अखबार के संपादक आंख मूंदकर छाप रहे हों, पर सच्चाई भयावह है।

उत्तर प्रदेश में नाना के लिए ऑक्सीजन मांगने पर मुकदमा दायर हो गया। आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर अपनी बात कहके भय का वातावरण बनाया। जबकि सच्चाई बहुत ही भयावह है। आज ही सोशल मीडिया पर जौनपुर का एक फोटो वायरल है, जिसमें एक बुजुर्ग एक महिला के शव को साइकिल पर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं, पर साइकिल में फंसा शव सड़क पर गिर जाता है।

इस बीच कोलकाता से प्रकाशित द टेलिग्राफ ने एक छबर प्रकाशित की है, जिसमें एक अधेड़ दंपती ऑक्सीजन और बेड की तलाश में बंगाल पहुंच गया। शुक्र है कि वहां उन्हें बेड और ऑक्सीजन दोनों मिल गया। दोनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

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लालजी यादव (50) और रेखा (48) ने जब देखा कि यूपी में इलाज संभव नहीं है, तो वे अयोध्या से बंगाल के लिए चल पड़े। दोनों बीमार हैं। उन्हें मालूम था कि बिहार में भी इलाज संभव नहीं है, इसीलिए वे बिहार में नहीं रुके और बंगाल पहुंचे।

लालजी यादव ने यूपी में बहुत कोशिश की। इस बीच बंगाल में रह रहे उनके रिश्तेदारों ने कहा कि अगर वे बंगाल आते हैं, तो यहां ऑक्सीजन मिल जाएगा। दंपती ने एक एंबुलेंस बुक किया और लगभग 850 किमी की दूरी तय करके हुगली पहुंचे। डाक्टरों के अनुसार लालजी यादव की स्थिति नाजुक है, जबकि रेखा देवी की तबीयत में सुधार है।

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रेखा यादव के भाई रविशंकर यादव ने कहा कि अगर वे बंगाल के निवासी नहीं होते, तो बहन और बहनोई को नहीं बचा पाते। यह वही बंगाल है, जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अनेक रैलियों में यूपी जैसा रामराज्य लाने का वादा किया था।

By Editor