हंगामा : Rahul की लोकसभा सदस्यता खत्म, बिफरे विपक्षी दल

Rahul Gandhi की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है। विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया। राजद ने कहा लोकतंत्र के मौत की घोषणा। निर्लज्ज्ता व तानाशाही चरम पर।

राहुल गांधी को दो वर्ष की सजा के साथ ही गुजरात के कोर्ट ने उन्हें ऊपरी अदालत में जाने का वक्त दिया था, लेकिन आनन-फानन में लोकससभा सचिवालय ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने का नोटिस जारी कर दिया। राजद प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने कहा कि राहुल की सदस्यता खत्म करने को नोटिस देश में लोकतंत्र के मौत की घोषणा है। राजद ने यह भी कहा कि निर्लज्जता और तानाशाही का घालमेल अपने चरम पर पहुंच गया है !

राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की घोषणा का देश के विपक्षी दलों ने विरोध किया है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के प्रति एकजुटता जाहिर करने के लिए पहले से देशभर में प्रदर्शन करने का एलान किया था। कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन से लौट कर घर पहुंचे ही थे कि लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर दी। तकनीकी रूप से भले ही सदस्यता समाप्त करने का नोटिस लोकसभा सचिवालय ने जारी किया है, पर यह निर्णय बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमित के नहीं लिया जा सकता।

कांग्रेस ने कहा-राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे। लड़ाई जारी रहेगी।

फिल्मकार विनोद कापरी ने रघुवीर सहाय की एक कविता शेयर की है

लोकतंत्र का अंतिम क्षण है

कह कर आप हँसे

सबके सब हैं भ्रष्टाचारी

कह कर आप हँसे

चारों ओर बड़ी लाचारी

कह कर आप हँसे

कितने आप सुरक्षित होंगे

मैं सोचने लगा

सहसा मुझे अकेला पा कर

फिर से आप हँसे

इधर संसद परिसरा में सारे विपक्षी दलों के सांसद खतरे में लोकतंत्र का बैनर लेकर प्रदर्शन करते दिखे। सोशल मीडिया पर भी बड़ी संख्या में लोग इस कार्रवाई को तानाशाही की शुरुआत मान कर विरोध जता रहे हैं। याद रहे लोकसभा में जब राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और अडानी के संबंधों पर सवाल उठाया, तभी से उन्हें सत्ता पक्ष निशाना बना रहा था।

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