RRB-NTPC : बिहार के चप्पे-चप्पे में क्यों फैला आंदोलन

RRB-NTPC रिजल्ट में धांधली के खिलाफ अभ्यर्थियों का आंदोलन पूरे बिहार में फैल गया है। आंदोलन क्यों फैला, क्यों रेल मंत्री इस्तीफा दो का लग रहा नारा?

RRB-NTPC के रिजल्ट में धांधली और गड़बड़ी के खिलाफ पूरे बिहार में आंदोलन फैल गया है। अभ्यर्थियों की मांग पर विचार करने के बजाय प्रसासन ने इसे लाठीचार्ज और आंसू गैस से दबाना चाहा, जिससे बेरोजगार युवाओं को आक्रोश और भी बढ़ गया। अभ्यर्थियों का आंदोलन इतना उग्र होने के बाद भी रेल मंत्री और मंत्रालय की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिला, इससे अभ्यर्थियों में रोष बढ़ता गया।

रिज्ल्ट में क्या है गड़बड़ी- 2019 में विभिन्न पदों के लिए वैकेंसी निकली, जिसमें करोड़ से ज्यादा बेरोजगार युवाओं ने फॉर्म भरा। परीक्षा दो चरणों में होनी है। पहले चरण की परीक्षा का रिजल्ट 15 जनवरी को आया। नियमावली के अनुसार पदों की तुलना से 20 गुना अधिक अभ्यर्थियों का रिजल्ट देना था। अब जो रिजल्ट आया, उसमें एक ही अभ्यर्थी का नाम कई-कई पदों के लिए उत्तीर्ण सूची में है। वे दूसरे चरण की परीक्षा के लिए योग्य होंगे। इससे हुआ यह कि एक ही अभ्यर्थी का नाम कई पदों पर रहने के कारण अनेक अभ्यर्थियों के नाम सूची से बाहर हो गए। अगर एक अभ्यर्थी का नाम एक पद के लिए होता, तो हजारों दूसरे युवाओं के नाम दूसरे चरण की परीक्षा के लिए होता। रिजल्ट की इस गड़बड़ी के कारण हजारों छात्रों को बेवजह बाहर कर दिया गया। यह इन अभ्यर्थियों के जीवन का सवाल है, इसलिए वे आंदोलन पर उतारू हो गए।

अब आंदोलन पटना, छपरा, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ, आरा सहित सभी प्रमुख शहरों में युवा उग्र हो गए हैं। इस बीच भाजपा और जदयू को छोड़कर सभी दलों ने अभ्यर्थियों के आंदोलन का समर्थन किया है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन, भाकपा माले के पालित ब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा, आइसा नेता दिव्यम, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल ने अभ्यर्थियों के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया है।

आइसा के प्रदेश सहसचिव दिव्यम ने कहा- आरआरबी ने 13 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की थी। इसके नतीजों में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन कर लिया गया है। ऐसी परिस्थिति में एक उम्मीदवार की वजह से दो से तीन छात्र दौड़ से बाहर हो गए और चयन से वंचित रह गए।

रेलवे RRC ग्रुप डी का फॉर्म 2019 में आया था। उस समय सिर्फ CBT-1 परीक्षा लेने की बात कही थी। बोर्ड ने आज 24/01/2022 को निर्देश जारी कर कहा कि इसमें भी NTPC की तरह मेंस यानी CBT-2 एग्जाम लेंगे जो सरासर गलत है।तत्काल रेलवे बोर्ड CBT-2 का एग्जाम वापस ले,RRB NTPC को जो रिजल्ट जारी किया है उसको फिर से सुधार कर यानी रिभाईज रिजल्ट प्रकाशित करें।

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