‘विश्व के सबसे लंबे’ क्रूज पर ब्रिटिश अखबार : नहीं बचेंगे डाल्फिन

‘World Longest River Cruise’ पर The Guardian ने पर्यावरण विशेषज्ञों के हवाले से सवाल उठाए हैं। कहा कि क्रूज लगातार फेरी से नहीं बचेंगे डाल्फिन।

फोटो-द गार्डियन से साभार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिन पहले ‘विश्व के सबसे लंबे’ क्रूज को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस क्रूज का नाम गंगा विलास है। इसमें विलासिता के सारे साधन उपलब्ध हैं। इसका किराया 50 से 55 लाख रुपए है। स्पष्ट है यह देश के आम लोगों के लिए नहीं है। यह क्रूज सोमवार को बिहार के सारण के निकट डोरीगंज पहुंचा है। ब्रटिश अखबार द गार्डियन ने इस क्रूज पर सवाल उठाए हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों के हवाले से कहा है कि इस विशाल क्रूज के लगातार फेरी से गंगा में रहने वाले कई जीव नष्ट हो जाएंगे, खासकर डॉल्फिन के अस्तित्व पर खतरा है।

यह क्रूज 51 दिनों में यात्रा पूरी करेगा। 3200 किमी की दूरी तय करेगा। करीब 27 नदियों के संगम से गुजरेगा। इसमें 16 सुइट हैं। इस क्रूज के परिचालन को पर्यावरण विशेषज्ञों ने नदी जीवों खासकर डॉल्फिन के लिए खतरनाक बताया है।

द गार्डियन ने नदी और पर्यावरण विशेषज्ञ रवींद्र कुमार सिन्हा का बयान प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि गंगा में कई स्थान ऐसे हैं, जहां पानी गहरा है और पानी की धार कम है, ऐसे स्थल डॉल्फिन के लिए सुरक्षित हैं। इतने बड़े क्रूज के आवाजाही से उनका जीवन खतरे में है। मालूम हो कि रवींद्र कुमार सिन्हा के प्रयास से ही डॉल्फिन की सुरक्षा के कई उपाय भारत सरकार ने किए। आज गंगा में लगभग 3200 तथा ब्रह्मपुत्र में 500 डॉल्फिन हैं।

महिला संगठन एपवा की बिहार प्रदेश सचिव शशि यादव ने कहा-गंगा विलास क्रूज प्रोजेक्ट अय्यासी मनोरंजन और यात्रा का नमूना है। गरीबी-बेकारी से जूझते देश को फिलहाल प्रो पुअर प्रोजेक्ट की जरूरत है!

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने क्रूज में शराब और मांसाहार पर सवाल उठाए हैं, वहीं भाजपा नेता इस क्रूज का स्वागत कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने क्रूज का बक्सर में स्वागत किया। सोशल मीडिया में भी #RiverCruise #गंगा_विलास के साथ लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं।

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