तो यह है हमारा बिहार जहां हर दूसरे सांसद और हर दूसरे विधायक पर ठोका गया है गंभीर क्रिमिनल केस.
यह आंकड़ा बिहार इलेक्शन वाच ने जारी किया है और बताया है कि बिहार के 70 प्रतिशत लोकसभा सदस्यों पर आपराधिक और 50 प्रतिशत सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसी तरह राज्य के 142 विधायकों पर क्रिमिनल केस जबकि 98 पर गंभीर क्रिमिनल केस दर्ज हैं. विधायकों के संदर्भ में यह आंकड़ा 2015 के चुनाव वर्ष पर तैयार किया गया है जबकि सांसदों के बारी में जो रिपोर्ट है वह 2014 में हुए चुनाव में पेश किये गये प्रत्याशियों के शपथ पत्र के आधार पर की गयी है.
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वर्ष 2004 में 38 प्रतिशत सांसदों पर आपराधिक और 25% सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। जबकि 2009 में 42 प्रतिशत सांसदों पर आपराधिक व 14 प्रतिशत सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। बिहार इलेक्शन वाच के संयोजक विजय कुमार तथा उनके सहयोगी रोहितेश दुबे व प्रभाकर कुमार ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। .
कहा कि वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में 142 विधायकों के खिलाफ आपराधिक जबकि 98 विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। 162 विधायक करोड़पति हैं। विधायकों की औसत संपत्ति 3.02 करोड़ है। विधानसभा में कुल 28 महिला विधायक हैं। 2010 के बिहार विधानसभा में 141 विधायकों के खिलाफ आपराधिक और 85 विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे।