मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि अपने अनुभव व अनुभूतियों की अभिव्यक्ति एक बड़ी चुनौती है। इस काम को डॉ एमए इब्राहिमी ने किया है। इस प्रयास के लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं। ऐसा प्रयास हर व्यक्ति को करना चाहिए, ताकि वह अपने अनुभवों का दस्तावेज आने वाली पीढ़ी को सौंप सकें। सीएम ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि पुस्तक के लेखक डॉ इब्राहिमी भारतीय प्रशासनिक सेवा के बिहार कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी रहे हैं। उनकी अनुभूतियों में बिहार के राज, समाज व इसके अंतर्द्वद्व का सघन विश्लेषण होगा, ऐसी अपेक्षा है।
बिहार ब्यूरो
पिछले गुरुवार को सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी डॉ एमए इब्राहिमी ने मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से उनके कार्यालय में मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी हाल में प्रकाशित पुस्तक My Experience in Governance की प्रति मुख्यमंत्री को भेंट की। इस दौरान ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र भी मौजूद थे। पुस्तक देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका हिन्दी अनुवाद भी किया जाना चाहिए, ताकि इसे लोग व्यापक स्तर पर पढ़ सकें। नीतीश मिश्र ने भी पुस्तक के संदर्भ, अनुभव व प्रिटिंग की तारीफ की।
उल्लेखनीय है कि पिछले 23 सिंतबर को सर्वोच्च न्यायालय ने न्यायाधीश शिवकीर्ति सिंह ने पुस्तक का लोकार्पण नई दिल्ली में किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि यह पुस्तक हर युवा अधिकारियों को पढ़ना चाहिए, ताकि वह कार्य के दौरान आने वाली चुनौतियों का आकलन कर सके। न्यायमूर्ति ने लेखक के कार्यों की सराहना करते हुए कहा था कि यह पुस्तक प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारियों का मार्गदर्शन भी कर सकती है। इस पुस्तक का प्रकाशन हरानंद प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड, ओखला औद्योगिक क्षेत्र , नयी दिल्ली ने किया है।