केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद केंद्रीय सचिवालय के कर्मियों की शामत आ गयी है। पहले उनके समय में परिवर्तन आया और अब समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए मंत्रियों ने भी सख्ती बढ़ा दी है।
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने अपने दफ्तर का औचक दौरा किया। इस दौरान उन्हें करीब 80 कर्मचारी नदारद मिले। वेंकैया नायडू जब दफ्तर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि कुर्सियां खाली पड़ी हैं, उस दौरान कार्यालय में कुछ ही कर्मचारी उपस्थित थे। नायडू ने सभी गैर हाजिर कर्मचारियों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि उनके अधीन आनेवाले दोनों मंत्रालयों नगर विकास और संसदीय कार्य विभाग के संयुक्त सचिव अगले एक हफ्ते तक रोज दफ्तर जाकर अटेंडेंस पर नजर रखें और देर से दफ्तर आनेवालों के खिलाफ फौरी कार्रवाई की जाए। दफ्तर रिपोर्ट करने के तय समय के 15 मिनट बाद अटेंडेंस रजिस्टर हटा लिया जाए और लेट आनेवालों को उस दिन गैर−हाजिर माना जाए। साथ ही उस दिन की तनख्वाह काटी जाए। उन्होंने बायो−मेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।
इससे पहले सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने भी अपने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था और उपस्थित पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश भी दिया था। इसके अलावा भी कई मंत्रियों ने कार्यावधि को लेकर सख्ती बढ़ा दी है और समय से पहले कार्यालय पहुंचने का निर्देश कर्मचारियों व अधिकारियों को दिया है।