बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज आरोप लगाया कि केंद्र और नीतीश सरकार की अदूरदर्शी नीतियों के कारण राज्य बेरोजगारी का केंद्र बन गया है।
श्री यादव ने भागलपुर में ‘आरक्षण बढ़ाओ, बेरोजगारी हटाओ’ यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में श्री नरेंद्र मोदी को वोट देने का परिणाम है कि आज देश में युवा अच्छी डिग्री लेकर सड़क पर हैं। उन्होंने कहा कि केवल बिहार में ऐसे साठ प्रतिशत युवा हैं तथा बिहार ही बेरोजगारी का केंद्र बना हुआ है। इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्ष 1931से 2019 तक की जनगणना को आरक्षण का आधार बनाने की जरूरत है तभी सभी को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने मे लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में रहे, वह हरिश्चंद्र और अन्य दल वाले गंदे। यह भाजपा की मानसिकता है।
श्री यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर आरोप लगाते हुये कहा कि दोनों चर्चित सृजन घोटाले के आरोपी हैं लेकिन केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को इन दोनों से पूछताछ करने की इजाजत नहीं मिली है। केंद्र सरकार दोनों को बचाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका अल्पावासगृह यौ शोषण मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय ने बिहार सरकार को फटकार लगाई है। फिर भी मुख्यमंत्री श्री कुमार को शर्म नहीं है।