मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि वैज्ञानिकों से कृषि के विकास के लिए नई तकनीक विकसित करने की अपील करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य में कृषि के विकास के प्रति कृतसंकल्पित है। श्री कुमार ने समस्तीपुर जिले के पूसा स्थित राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय सभा कक्ष में वैज्ञानिकों और अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की धरती उर्वरा भूमि है और इस भूमि में देश की आवश्यकता के अनुरूप खाद्यान्न उत्पादन करने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि सरकार का कृषि रोड मैप राज्य के किसानों के लिए एक क्रांतिकारी कदम है और इसके माध्यम से कृषि और किसान प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कृषि को व्यवसाय के रूप में अपनाने की अपील करते हुए कहा कि कृषि को अपना न केवल किसान बल्कि आम लोग भी रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने जिले के पूसा स्थित बारोलॉग इंस्टीच्यूट फॉर साउथ एशिया (बीसा) परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने संस्थान की ओर से कृषि के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों से सराहना की। इस मौके पर उन्होंने कृषि प्रशिक्षण संस्थान का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने संस्था द्वारा लगाये गये मक्का , धान एवं गेहॅूं के नये विकसित प्रभेदों को भी देखा। इस मौके पर राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार, कृषि उत्पादन आयुक्त विजय प्रकाश , विश्वविद्यालय के कुलपति डा. आर सी श्रीवास्तव , बीसा प्रमुख डा. राजकुमार जाट , बीसा के महानिदेशक डा. एस एच गुप्ता के अलावा विभिन्न विभाग के वैज्ञानिक उपस्थित थे।