भाजपा ने आनंदीबेन पटेल की जगह गैर पटेल और जैन धर्मावलम्बी विजय रुपानी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर लिया है. आइए जानते हैं रुपानी के बारे में.
विजय रुपानी आंदीबेन कैबिनेट में ट्रांस्पोर्ट, वाटर सप्लाई व लेबर मंत्री थी. वह नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में भी मंत्री थे. रुपानी गैरपटेल नेता हैं इसलिए गुजरात में पटेल वोटों कों संतुलित बनाये रखने के लिए पटेल समुदाय से उपमुख्यमंत्री बनाने का भी फैसला किया है.
विजय रुपानी राजकोट पश्चिम से विधायक हैं. रुपानी ने अपने करियर की शुरुआत आरएसएस के छात्र संगठन एबविपी से की. वह राजकोट के कार्पोरेटर और मेयर भी रहे हैं. नरेंद्र मोदी और अमित शाह के करीब रुपानी राज्य सभा के सदस्य भी रह चुके हैं.
जैन परिवार के रामनिकल रुपानी के घर में विजय रुपानी का जन्म 2 अगस्त 1956 को हुआ था.
गुजरात में, भाजपा यह मान चुकी है कि राज्य का सबसे सशक्त वोटर पटेल समुदाय उससे नाराज है इसलिए उसने आनंदी बेन पटेल की जगह जैन समुदाय के रुपानी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया.
गैर पटेल सीएम बनाने का मतलब
गुजरात राज्य के गठन के बाद से अब तक सबसे ज्यादा बार पटेल समुदाय का ही मुख्यमंत्र बनता रहा है. लेकिन हार्दीक पटेल के आंदोलन के बाद वहां का पटेल समुदाय भाजपा का ऐसा विरोधी बन चुका है कि शायद भाजपा यह समझ चुकी है कि पटेल समुदाय का मुख्यमंत्री बनाने पर भी उसे कोई फायदा नहीं होता. इसलिए उसने हिंदू मतदाताओं का और विभाजन के डर से जैन धर्म के रुपानी को सीएम बनाने का फैसला कर लिया है.
रुपानी 1971 से, भाजपा के गठन के साथ ही पार्टी में शामिल हो गये थे.