अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा बिहार प्रदेश द्वारा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, पटना में आयोजित भारतवर्ष के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट महाराज जरासंध के 5220वां जयंती समारोह का उद्घाटन आज महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार सरकार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने मगध सम्राट जरासंध जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज देश में विकास का दौर चल रहा है। केंद्र और राज्य की सरकार सभी वर्गों के समावेशी विकास के लिए समर्पित है, जिसका फायदा हमारे समाज को भी मिलेगा। इसके लिए हमें और प्रयास करने होंगे।
नौकरशाही डेस्क
डॉ. कुमार ने मगध सम्राट जरासंध को याद करते हुए ‘ज्ञान के लिए पढ़ो, अधिकार के लिए लड़ो’ नारे के साथ समाज के लोगों से आह्वान किया कि वे संगठित एवं एकजुटता का प्रदर्शन कर अपने अधिकारों को प्राप्त करें। क्योंकि बिना ज्ञान के हम विकास और अपने अधिकारों की लड़ाई नहीं लड़ सकते। इसलिए शिक्षा आज हमारे समाज की प्राथमिकता है और जब हम शिक्षित होकर अपने अधिकारों को हासिल करेंगे, वहीं महाराज जरासंध के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि आज संगठन को मजबूत करने के लिए एक सक्षम सतत प्रयास की जरूरत है, तभी हम अपनी बढ़ती संख्या के अनुसार राजनीतिक भागीदारी को हासिल कर सकते हैं। साथ ही समाज से बेरोजगारी व गरीबी दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठायें।
डॉ कुमार ने कहा कि देश के आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पिछड़ा वर्ग आयो को संवैधानिक दर्जा देने की योजना एक सार्थक प्रयास है। इससे देश की छोटी – छोटी जातियां आजादी के सत्तर साल बाद विकास की मुख्य धारा में शामिल हो सकेंगे। इन जातियों के उत्थान के लिए जिस आयोग का गठन किया गया है, उससे वंचित गरीब समाज को विकास की मुख्य धारा में जुड़ने से न्याय मिलेगा। वहीं, इस समारोह को संबोधित करते हुए दीघा के विधायक श्री संजीव चौरसिया ने कहा कि आज दौर ऐसा है कि किसी भी एक समाज को उपेक्षित कर हम देश का सर्वांगीन विकास नहीं कर सकते, इसलिए देश के प्रधान सेवक आदरणीय नरेंद्र भाई मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ की परिकल्पना की और उसे पूरी करने में लगे हुए हैं।