कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा है कि कांग्रेस को बिहार में जनाधार विस्तार के लिए नए सिरे से संघर्ष करना होगा। आज पटना में पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रति लोगों का विश्वास हासिल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आज भी गांव-गांव में कांग्रेस के प्रतिबद्ध कार्यकर्ता मौजूद हैं, उन्हें फिर से संगठित करने की जरूरत है। सांसद ने माना कि बिहार के सामाजिक और राजनीतिक मोर्चे पर पार्टी के समक्ष कई चुनौतियां हैं, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता और नेता उन चुनौतियों से मुकाबले के लिए तैयार हैं।
बिहार ब्यूरो
श्री रंजन ने कहा कि राजद, जदयू व कांग्रेस के बीच गठबंधन से बिहार में एक मजबूत राजनीतिक शक्ति खड़ी हुई है। इसके संदेश भी समाज में सकारात्मक जा रहा है। लेकिन कांग्रेस अपने जनाधार बढ़ाने के लिए आत्ममंथन कर रही है। आज पार्टी नेताओं का मंथन भी इसी पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने और नर्सिंग होम एक्ट को लागू करने राज्य सरकार कामयाब नहीं हो सकी है, जबकि इस दिशा में सार्थक पहल की जानी चाहिए थी।
रंजीत रंजन ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए सांसद पप्पू यादव का प्रयास सराहनीय है। हम उनके प्रयासों की सराहना करते हैं। इन प्रयासों में हम भी उनके साथ हैं। कांग्रेस सांसद ने इस बात पर भी बल दिया कि पार्टी किसानों, युवाओं के मुद्दों को लेकर संघर्ष करेगी। इसके लिए संगठन को अधिक मजबूत किया जाएगा। पार्टी के प्रदेश प्रभारी सीपी जोशी इस दिशा में सार्थक पहल कर रहे हैं और इसका असर भी दिखेगा।