केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुडे संविधान संशोधन विधेयक में किये गये बदलाव के मद्देनजर नई दिल्ली में पांच विपक्षी दलों के साथ चर्चा की। श्री जेटली ने ससंद भवन परिसर में समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, बीजू जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के साथ चर्चा की।
राज्यसभा में सपा के नेता राम गोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरिक ओ ब्रायन , बीजद के नेता दिलीप तिर्की, माकपा के नेता सीताराम येचुरी और भाकपा के नेता डी राजा ने श्री जेटली के साथ हुयी बैठक में भाग लिया। श्री येचुरी ने बैठक के पत्रकारों से कहा कि श्री जेटली ने उन्हें जीएसटी विधेयक में किये गये बदलाव के बारे में जानकारी दी लेकिन उन्होंने इस संबंध में विधेयक से जुडा कोई कागजात या विधेयक का मसौदा उन्हें नहीं दिखाया। श्री जेटली ने यह भी बताया कि कांग्रेस के साथ उनकी बातचीत चल रही है लेकिन उन्होंने यह भी नहीं बताया कि विधेयक से संबंधित किन किन बिन्दुओं पर कांग्रेस के साथ चर्चा हो रही है।
माकपा नेता ने कहा कि सभी दलों के नेताओं ने जीएसटी पर आम राय बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अभी केवल मीडिया के जरिये यह खबरें मिल रही हैं कि कोई दल जीएसटी दर को संविधान संशोधन में शामिल करने तथा इसकी सीमा तय करने के मुद्दे पर सहमत है या नहीं सहमत या कोई दल 18 प्रतिशत दर के पक्ष में है या उससे कम या अधिक दर के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम यह भी पता चल रहा है कि राज्यों के साथ वित्त मंत्रियों की बैठक में कोई प्रस्ताव भी पारित किया गया लेकिन श्री जेटली ने इस संबंध में हमें इस संबंध में न तो प्रस्ताव की प्रति दी या हमें दिखायी जिससे पता चल सके कि किन मुद्दों पर सहमति बनी है या नहीं बनी है।