केंद्रीय खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने नई दिल्ली में कहा कि आबादी में वृद्धि के कारण सालाना नौ लाख टन अतिरिक्त दाल की मांग बढ़ रही है । उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार ने दलहनों की पैदावार बढ़ाने को एक चुनौती के रुप में लिया है और मांग और आपूर्ति के अंतर को पाटने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है ।
श्री पासवान ने कहा कि पिछले वर्ष 192 लाख टन दलहनों की पैदावार हुई थी, लेकिन इस बार इसका उत्पादन घटकर 172 लाख टन हो गया । पिछले वर्ष 35 लाख टन दालों का आयात किया गया था, जबकि इस बार 46 लाख टन दालों का आयात किया गया । उन्होंने कहा कि दलहनों की नयी फसल की खरीद शुरु कर दी गयी है और धीरे धीरे इसकी कीमतों में कमी आयेगी ।
श्री पासवान ने कहा कि दलहनों का आयात निजी क्षेत्र करता है और सरकार चाहती है कि समय पर इसका आयात हो जिससे मूल्य नियंत्रित रहे । उन्होंने कहा कि सरकार को शिकायत मिली है कि निजी कम्पनियां विदेश में दालों की जमाखोरी करते हैं । उन्होंने स्वीकार किया कि जुलाई से नवंबर के दौरान आलमू ,प्याज, टमाटर और दालों की कीमतों में वृद्धि होती है और सरकार इसे नियंत्रित करने का हरसंभव प्रयास कर रही है ।