श्री गुरु गोविंद सिंह जी की 350 वें प्रकाशोत्सव में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ के कारण जहां राजधानी की रौनक बढ़ गयी है वहीं सुबह से देर रात्रि तक श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोग भी लंगर में प्रसाद छक रहे है । पटना सिटी स्थित तख्त श्री हरिमंदिर साहिब और बाल लीला गुरुद्वारा के अलावा कंगन घाट , राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान और बाईपास में बने विशाल टेंट सिटी में श्रद्धालुओं के आने से पटना में चहल- पहल बढ़ गयी है । इन टेंट सिटी में कुछ ऐसे अत्याधुनिक कमरे बनाये गये हैं, जहां लोगों को ठंड के इस मौसम में भी गर्मी का ऐहसास हो रहा है ।
राजधानी पटना में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु गुरु की धरती पर उतरने के बाद अपने को धन्य मान रहे हैं और यहां की धरती को प्रणाम कर गुरुद्वारा की ओर प्रस्थान कर रहे हैं । लोगों का ट्रेनों और बसों से आने का सिलसिला बना हुआ है । महिलाएं जहां लंगर में सेवा करने को उत्सुक हैं।
श्रद्धालुओं के लिए पटना साहिब गुरुद्वारा के लंगर में रोटी बनाने की मशीन लगायी गयी है, जिसमें प्रति घंटा एक हजार से ज्यादा रोटियां तैयार हो रही है । यह मशीन लेबनान संगत के द्वारा पंजाब स्थित गुरुद्वारा को मुहैया करायी गयी थी, जिसे प्रकाशोत्सव के लिए यहां भेजा गया है । इसके अलावा आटा गूंथने की मशीन भी यहां लायी गयी है । वहीं पंजाब के मोगा से गुलाबजामुन बनाने की मशीन भेजी गयी है, जिससे एक घंटे में 12620 गुलाबजामुन तैयार की जा रही है । गुरु के द्वार में मत्था टेकने के बाद श्रद्धालु लंगर में मशीन से तैयार गुलाबजामुन का स्वाद चख रहे है । लंगर और उसके आसपास स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।