प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस का जादू आज सिर चढ़ कर बोल रहा था। गोल गप्पा, चाट, पकौड़ा, डोसा, चूड़ा-चना, रसगुल्ला से लेकर दही तक करीब दर्जन भर बनारसी आयटम। बनाने और खिलाने वाले सभी बनारसी। बस बनारसी पान का मलाल रह गया।
वीरेंद्र यादव
भाजपा विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी पिछले चार वर्षों से मकरसंक्रांति के बाद पत्रकारों के लिए भोज का आयोजन करते आ रहे हैं। इसी क्रम में आज भी अपने पोलो रोड आवास पर उन्होंने ‘बनारसी भोज’ का आयोजन किया था। लेकिन इस बार भोज का मीनू बदला हुआ था। दही-चूड़ा और भोजन के बदले फास्ट फूड की व्यवस्था की गयी थी। श्री मोदी ने कहा कि विभिन्न प्रकार के कई आयटम हैं। इन सबके खाने के बाद भोजन की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। हुआ भी यही। गोप-गप्पे से शुरू हुई ‘स्वाद यात्रा’ कॉफी पर आते-आते थक जा रही थी।
कंफ्यूजन का पौधा
हमें अपनी पुस्तक ‘वीरेंद्र यादव न्यूज’ की एक कॉपी सुशील मोदी को भेंट करनी थी। इस कारण हम निर्धारित समय से पहले पहुंच चुके थे। धीरे-धीरे पत्रकारों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ। पत्रकार श्री मोदी के आसपास बैठते जा रहे थे। इस बीच सुशील मोदी ने ‘कंफ्यूजन का एक पौधा’ रोप दिया।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के जदयू का उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ने का फायदा भाजपा को ही होगा। जदयू अधिक उम्मीदवार कुर्मी जाति को ही उतारता। इसका नुकसान भाजपा को हो सकता था। लेकिन जदयू के यूपी से बाहर होने का फायदा भाजपा को होगा और नुकसान लालू यादव के समधी की पार्टी समाजवादी पार्टी को होगा।