जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के सीडीआर में आये 40 नामों को सीबीआई सार्वजनिक करे. उन्होंने दावा कि इससे नेताओं, पदाधिकारियों और कई सफेदपोश बेनकाब हो जायेंगे. यह बिहार की जनता का हक है, इसलिए उन लोगों का नाम सार्वजनिक किया जानना चाहिए. सांसद श्री यादव ने उक्त बातें पटना में अपने मंदिरी स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने विपक्ष पर हमलावर रूख अपनाते हुए कहा कि दरअसल ब्रजेश ठाकुर के कॉल डिटेल्स की जांच 1992 से होनी चाहिए, जब छोटन शुक्ल के सामने ब्रजेश ठाकुर को खड़ा किया गया. उन्होंने कहा कि जब मुजफ्फरपुर में बेटियों की अस्मत लुटने की बात समाने आई तब एक ट्विटर बॉय विदेशों में छुट्टी मना रहे थे और एक शिव जी को जल चढ़ाने में व्यस्त थे. मगर आज वे ओछी राजनीति पर उतर आये हैं और बिहार की बहू – बेटियों को बदनाम कर रहे हैं.
सांसद ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि जब ब्रजेश ठाकुर जेल के अंदर से अपने विरोधियों को जाने से मारने की धमकी दिलवा रहा है और लगातार नेताओं व पदाधिकारियों के साथ संपर्क में ऐसे में इस मामले में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. ब्रजेश ठाकुर के आदमी हमारी पार्टी के जिला अध्यक्ष व महिला नेत्री प्रिया राज को भी जान से मारने की धमकी दी है. इसलिए जन अधिकार पार्टी (लो) इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के निगरानी में कराने की मांग की और साथ ही ये भी कहा कि तीन साल महागठबंधन के साथ सरकार में रहने वाले मौजूदा विपक्ष और सत्ता पक्ष को इस मामले की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफा अपने – अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए. सांसद ने पटना में दो लड़कियों की मौत पर कहा कि महिलाओं का शोषण सबसे ज्यादा नेता और पदाधिकारी करते हैं. इस दौरान उन्होंने मुजफ्फरपुर के एक होटल की वीडियो दिखाकर कहा कि वे पिछले तीन साल के दौरान मुजफ्फरपुर के सभी होटलों के सीसीटीवी फुटेज की जांच चाहते हैं, ताकि स्पष्ट हो सके और कौन लोग महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाते हैं.
उन्होंने कहा कि पार्टी ये जानना चाहती है कि सरकार मंजू वर्मा के पीछे किन – किन लोगों को बचाने में लगी है. उन्होंने कहा कि अगर मंजू वर्मा में हिम्मत हैं तो उन लोगों को सामने लायें. हम ये भी पूछना चाहते हैं कि मंजू वर्मा के पति कहां हैं और अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है. मुजफ्फरपुर कांड में मधु नाम की महिला का नाम समाने आया था. इसको लेकर सांसद ने कहा कि मधु को कैसे एडस कंट्रोल कमिटि का मेंबर बनाया गया, जबकि वो पद सेक्रेटरी लेवल का होता है. इसके लिए कौन जिम्मेवार है और अब तक इस मामले में उस डीएम और कल्याण विभाग के पदाधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
सांसद ने कहा कि मधुबनी से महिलाओं की सुरक्षा के लिए जन अधिकार पार्टी (लो) के साथ – साथ पार्टी की अन्य विंग जन अधिकार महिला परिषद, जन अधिकार छात्र परिषद, जन अधिकार युवा परिषद और युवा शक्ति इस रक्षा बंधन मधुबनी से नारी बचाओ अभियान चलायेगी, जिसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं प्रदेश की महिलाओं को राखी बांध कर उनकी सुरक्षा के लिए संकल्प लेंगे. साथ ही खुद मैं 26 अगस्त को नारी बचाओ पदयात्रा की शुरूआत मधुबनी से करूंगा और मुजफ्फरपुर होते हुए पदयात्रा पटना में शहीद स्मारक पर खत्म होगी.
प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता राघवेंद्र कुशवाहा, शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अली, अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सूर्यनारायण सहनी, महिला मोर्चा महासचिव शीतल वर्मा, छात्र परिषद की प्रिया राज, मोनू मौजूद रहे. इससे पहले सारण से भाजपा छोड़ कर भूपेंद्र कुमार सिंह, जेडी वीमेंस कॉलेज की छात्रा राशि राज और मगध महिला कॉलेज की ज्योति राज व डॉ किरण राज्य को सांसद श्री पप्पू यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई.