देश के मीडिया का एक वर्ग बिकाऊ है तो एक ऐसा भी है जिसकी बदौलत लोकतंत्र को उस पर गर्व है.कई बड़े मीडिया घराने जहां मोदी के छलावे के गुणगान में हैं तो एक वर्ग ने उन सच्चाइयों का पर्खोदाफाश कर दिया है जिससे भाजपा की कलई खुल गयी है.
न्यूज नेशन ने अपने स्टिंग, जिसे उसने ‘ऑप्रेशन एम’ नाम दिया है, में भाजपा द्वारा आयोजित दिल्ली की रैली के छलावे का पर्दाफाश कर दिया है. न्यूज नेशन के दो पत्रकार दीपक त्यागी और वीरेंद्र वशिष्ठ ने ‘ऑप्रेशन एम’ के माध्यम से इस सच्चाई का पर्दाफाश कर दिया है जिससे यह पता चलता है कि मुसलमानों की भीड़ जुटाने के लिए भाजपा ने प्रत्येक मुसलमान को 200-200 रुपये देकर रैली में लाया था.
न्यूजनेशन के पत्रकारों ने इस सच को उजागर करने के लिए दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक सेल के चार नेताओं से छुपे हुए कैमरे के जरिए बातचीत रिकार्ड की. यह स्टिंग ऑप्रेशन न्यूज नेशन ने दिल्ली में भाजपा की आयोजित होने वाली 29 सितम्बर की रैली के एक दिन पहले किया था.
स्टिंग ऑप्रेशन
न्यूज नेशन के पत्रकारों ने भाजपा अल्पसंख्यक सेल के लीडर जफर रिजवी से लोगों को रैली में पहुंचाने के लिए बारगेन किया तो वह 200 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से रैली में लोगों को भेजने के लिए सहमत हुए. रिजवी ने कहा अलग अलग समुदाय के लोगों को अलग अलग रैलियों में इसी दर पर भेजा जाता है. 23 जून को तालकटोरा स्टेडियम में भी लोग इसी तरह भेजे गये थे. और 29 को जापानी पार्क में भी.
इसी तरह बीजेपी अल्पसंख्यक सेल के शाहदरा के अध्यक्ष मोहम्मद असलम ने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि भाजपा की रैली में गैर मुस्लिमों को मुस्लिम के रूप में प्रोजेक्ट किया जाता है. असलम ने भी कहा कि इसके लिए एक व्यक्ति के लिए 200 रुपये पहले से ही तय है.
न्यूज नेशन का कहना है कि भाड़े पर भीड़ जुटाने का खेल तमाम पार्टियां करती हैं. पर भाजपा के संदर्भ में यह बात इसलिए महत्वपूर्ण है कि वह अपनी रैलियों में बार बार जोर देती है कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ है.