भाजपा को हराने के लिए संयुक्त मोर्चा बनाएंगे यशवंत सिन्हा
पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को चेताया है कि वह अपने घमंडी और अक्खड़पन रवैये को छोड़कर आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए एक ‘संयुक्त मोर्चा’ बनाए और समान विचार धारा वाले दलों से बातचीत शुरू करे।
श्री सिन्हा ने टवीट् कर कहा कि राजनीति में घमंड और अक्खड़पन खतरनाक हाेता है और पार्टी को इससे बचना चाहिए तथा प्रत्येक पार्टी से बातचीत शुरू कर देनी चाहिए और आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाए।
यशवंत सिन्हा का यह बयान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के उस बयान के बाद आया है जिनमें उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ने की बात कही थी। समाजवादी पार्टी ने भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इंकार कर दिया है।
यह भी पढ़ें- ‘यशवंत सिन्हाजी आपके इस महान काम के लिए सैल्यूट करते हैं उम्मीद है नीतीश चाचा आप से कुछ सीखेंगे ‘
ये ताजा घटनाक्रम कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है क्याेंकि वह 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए एक संयुक्त माेर्चा बनाने के प्रयास में थी लेेकिन इन दोनों पार्टियों ने विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ने की बात कह कर शायद इस मोर्चे के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं. उनके बेटे जयंत सिन्हा मौजूदा मोदी सरकार में मंत्री हैं लेकिन यशवंत सिन्हा मोदी सरकार की नीतियों के कटु आलोचक हैं. इस से पहले सिन्हा ने अनेक बार भाजपा के खिलाफ मोर्चाबंदी कर चुके हैं. यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा के साथ भाजपा विरोधी मंचों को साझा करते रहे हैं.