मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज कहा कि विधान सभा में बहुमत उनके साथ है और वह इसे सदन में साबित करने के लिये तैयार हैं।
श्री मांझी ने राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से राजभवन में मुलाकात कर लौटने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जदयू नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जदयू विधानमंडल दल के नेता के तौर पर चुना जाना पूरी तरह से अवैध है। उन्होंने कहा कि वह अभी भी विधायक दल के नेता हैं और विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल को उन्होंने सूचित किया है कि जदयू विधानमंडल दल के नेता होने के कारण पार्टी विधानमंडल दल की बैठक को बुलाने का अधिकार उन्हें ही है। अवैध तरीके से बैठक आयोजित कर श्री कुमार को नेता चुना गया है जो पूरी तरह से असंवैधानिक है।
उधर जदयू के वरिष्ठ नेता रमई राम ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते हुए आज कहा कि पार्टी नेता नीतीश कुमार ही उनके सर्वमान्य नेता है । श्री राम ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार ही उनके नेता हैं और उनके नेतृत्व में वह राज्य के उप मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं । श्री मांझी के संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में उप मुख्यमंत्री बनने को लेकर पूछे गये एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार हैं तो मांझी के साथ जाने का सवाल ही कहा उठता है। उन्होंने कहा कि श्री मांझी में राजनीतिक समझ नहीं है, इसलिए वे पार्टी के साथ ऐसा कर रहे हैं।