मानसून सत्र 2018 कल समाप्त हो गया. इसके बाद केंद्रीय संसदीय मामलों और रसायन व उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि विधायी कार्यों के संदर्भ में मानसून सत्र 2018 एक सफल सत्र सिद्ध हुआ है. सभी राजनीतिक दलों ने राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मामलों पर हुई बहस में सक्रिय भूमिका निभाई है.
नौकरशाही डेस्क
मालूम हो कि मानसून सत्र 18 जुलाई, 2018 को प्रारंभ हुआ और 10 अगस्त, 2018 को समाप्त हुआ. लोकसभा में 118 प्रतिशत एवं राज्यसभा में 68 प्रतिशत कामकाज हुआ. सत्र के दौरान सदन में श्रीनिवास केसिनेनी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया. जिसके पक्ष में 135 और विपक्ष में 330 वोट पड़े. इस प्रकार यह अविश्वास प्रस्ताव पराजित हुआ. बता दें कि इस बार का मानूसन सत्र राफेल डील और मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर भी चर्चे में रहा है. साथ ही राज्य सभा में एनआरसी के मामले आने के बाद पूरे देश में इसको लेकर चर्चा फिर से शुरू हो गई. सत्र के अंत में हरिवंश राज्यसभा के उपसभापति के रूप में निर्वाचित हुए.
इसके अलावा सत्र के दौरान 22 विधेयक (21 लोकसभा में तथा 01 राज्यसभा में) प्रस्तुत किए गए. सत्र के दौरान लोकसभा द्वारा 21 विधेयक और राज्यसभा द्वारा 14 विधेयक पारित किए गए. सत्र के दौरान दोनों सदनों द्वारा 20 विधेयक पारित किये गए.